*नामजप और स्वभावदोष निर्मूलन से ही तनाव को स्थायी रूप से नियंत्रित करना संभव ! – सद्गुरु निलेश सिंगबाळ*
बिहार न्यूज़ लाईव पटना डेस्क: सिंगरौली – एक सर्वे के अनुसार कॉरपोरेट क्षेत्र में 79% कर्मचारियों को प्रतिदिन तनाव रहता है तथा 76% लोगों का तनाव के कारण काम पर दुष्परिणाम हो रहा है । तनाव का कारण परिस्थिति में न होकर उसे संभालने की कुशलता के अभाव के कारण है । व्यक्तित्व में होनेवाले स्वभावदोष और अहम के निर्मूलन से ही यह कुशलता हमे प्राप्त हो सकती है ऐसे विचार सद्गुरु निलेश सिंगबाळजी ने व्यक्त किए । नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड द्वारा उनके अधिकारी एवं कर्मचारियों के लिए तनाव नियंत्रण कार्यशाला का आयोजन किया गया था उस समय वे बोल रहे थे । इसका आयोजन निगाही क्षेत्र के आनंदम् सभागृह में हुआ था ।
कार्यक्रम का आरंभ दीपप्रज्वलन से हुआ । इस समय नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक श्री. बी साई राम, निदेशक (कार्मिक) श्री. मनीष कुमार, निदेशक (वित्त) श्री. रजनीश नारायण, निदेशक (तक./संचा.) श्री. जितेंद्र मलिक, निदेशक (तक. पी. एवं परि) श्री सुनील प्रसाद सिंह, स्वतंत्र निदेशक श्रीमती सुबीना बंसल तथा मुख्य सतर्कता अधिकारी श्री. रविंद्र प्रसाद इत्यादि की गणमान्य उपस्थिति थी ।
सद्गुरु निलेशजी ने आगे बताया कि, तनाव न्यून करने के उपायों के अंतर्गत स्वसूचना देना प्रभावी माध्यम है । स्वसूचना स्वबुद्धि द्वारा आंतरिक मन को अपने दोषों के नियंत्रण के लिए दी जानेवाली सूचना है । स्वसूचना हमें हमारे विचारों तथा भावना में परिवर्तन लाने में सहायता करती है । इससे हो रहे लाभ का अनुभव हजार से भी अधिक लोग ले रहे हैं । नामज़प से मन की दुर्बलता कम होकर सकारात्मक ऊर्जा बढती है जिससे हम कठिन स्थिति में स्थिर रह सकते है । इसलिए सभी को इसके लिए प्रयास करना चाहिए ।
सभी ने विषय की बहुत सराहना की । सभागृह में सनातन संस्था द्वारा आध्यात्मिक ग्रंथ प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया था, जिसका लाभ 100 से भी अधिक लोगों ने लिया । अंत में अनेक जिज्ञासुओं ने नियमित सत्संग में जुड़ने की इच्छा व्यक्त की ।
Comments are closed.