*बुद्धिमान व्यक्ति अपराध नहीं छिपाता -गोपीराम महाराज*
*बुद्धिमान व्यक्ति अपराध नहीं छिपाता
*भक्तों की चर्चा होती हैं वहीं भगवान होते
Bihar news live पुष्कर/अजमेर डेस्क (हरिप्रसाद शर्मा) धर्मों की नगरी तीर्थ गुरू पुष्कर में श्रीमद्भागवत भागवत सप्ताह का आयोजन के तीसरे दिन सोमवार को संत गोपीराम महाराज
श्रीमद्भागवत कथा का वाचन व्यासपीठ से करते हुए अपनी सुमधुर वाणी से कहा कि बुद्धिमान व्यक्ति अपराध नहीं छिपाता है । वह व्यक्ति अपराध को स्वीकार कर लेता है ।
महाराज ने श्रोताओं को बताया कि कलयुग का किस प्रकार से प्रवेश होता है । जिसमें राजा परिक्षित का वृत्तांत सुनाते हुए कहा कि राजा के मुकुट पर कलियुग का प्रवेश होने पर राजा ने ऋषि के गले में सर्प डाल दिया था । जब राजा महल में गया, अपना मुकुट उतारने पर अपराध का मालूम चल गया । तब तक ऋषि के पुत्र ने राजा को श्राप दे दिया । महाराज ने राजा परिक्षित के जन्म से राज सिंहासन तक की भक्तों का कथा की। महाराज ने सलाह दी कि मनुष्य को शारीरिक श्रम वाले खेल खेलना चाहिए । ग़लत कार्यों में श्रम का अपव्यय नहीं करना चाहिए ।आजकल बच्चे मोबाइल चलाते रहते हैं । गोपीराम महाराज ने कहा कि प्रार्थना में शक्ति होती हैं । कि भगवान भी सम्मुख आकर खड़े हो जाते है । उन्होंने एक बात कहीं कि भक्तों की चर्चा होती हैं वहीं भगवान होते हैं ।
कथा समिति जुड़े दामोदर अग्रवाल ने बताया भीषण गर्मी में भी श्रद्धालुओं प्रतिदिन कथा सुनने वालों की संख्या बढ़ रही । कथा के मुख्य यजमान सिंहल परिवार द्वारा। सभी श्रद्धालुओं के हेतु माकूल इंतज़ाम किया है । यह कथा शनिवार तक अनवरत रूप से प्रातः व मध्याह्न पश्चात होती हैं ।
Comments are closed.