बिहार न्यूज़ लाईव सारण डेस्क: जलालपुर|शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों पर जम कर बरसते हुए मांझी विधायक डॉ सत्येंद्र यादव ने कहा कि “बांझ क्या जाने परसोती का पीड़ा”|
वे अपने कोपा स्थित आवास पर गुरूवार को अपराहन में विधानसभा क्षेत्र के विद्यालय प्रधानों की बैठक में बोल रहे थे| उन्होंने ग्रामीण इलाको मे शिक्षा मे गुणात्मक सुधार के लिए विद्यालय प्रधानो की बैठक बलाई थी|जिसमे उन्होंने कहा कि शिक्षकों की कुछ गंभीर समस्याएं हैं|पागलपन के शिकार ऑफिसर है जो कुछ अव्यावहारिक डिसीजन ले रहे हैं|उन्होंने कहा कि जो शिक्षा विभाग में नहीं है ,जो टीचिंग वर्क नहीं करते हैं ,वे शिक्षक व छात्रो की पीड़ा को क्या समझेंगे| उन्होंने कहा कि पहले के के पाठक ऐसा करते थे अब उनकी राह पर सिद्धार्थ चल रहे हैं|
वही उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री भी उसे बना दिया गया है जिसे शिक्षा से कोई सम्बन्ध नही है|वही सरकार के द्वारा कुछ कठिनाइयां जरूरत से ज्यादा पैदा की जा रही है|उन्होंने कहा कि 22 तारीख से चलने वाले विधानसभा के सत्र में शिक्षकों की वास्तविक समस्याओं को सदन के पटल पर रखा जाऐगा| उन्होने इस पर विचार विमर्श किया है| उन्होंने बताया कि मेरे तरफ से जो सहयोग है जैसे विद्यालयों का जीर्णोद्धार, बैंच -डेस्क ,अलमीरा, भवन निर्माण, चाहर दिवारी,खेल का मैदान, जिम को बेहतर बनाने के लिए मेरा सार्थक प्रयास रहेगा ताकि इंफ्रास्ट्रक्चर बेहतर हो|
मेरा पूरा प्रयास है कि प्राइवेट इंस्टीट्यूशन से हमारा सरकारी विद्यालय आगे निकले|मौके पर शिक्षक नेता उदय शंकर गुड्डू. सुनील तिवारी, डॉ राजेश यादव. रामजी तिवारी विद्यार्थी ,दिलीप कुमार सिंह ,सुरेंद्र राम, कृष्ण सागर,अखिलेश्वर पांडेय, अम्बदत गुंजन ,मणीन्द्र कुमार पांडेय, राजेश कुमार ,गोलू कुमार सिंह, वीरेंद्र सिंह ,प्रसिद्ध सिंह ,हरिदयाल यादव, बसंत कुमार प्रसाद,पूर्व उप प्रमुख बटेश्वर कुशवाहा, सुनील कुमार सिंह,सुनील राम, मुकेश तिवारी. जगलाल हरिजन,बबलू कुमार गुप्ता सहित दर्जनों अन्य विद्यालय प्रधान भी उपस्थित थे|
Comments are closed.