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मुंगेर: राष्ट्रीय लोक अदालत में 2134 वादों की सुनवाई 1079 वादों का हुआ निष्पादन

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— तीन करोड़ छीयासठ लाख वाईस हजार चार सौ चौबीस रूपये का हुआ समझौता

बिहार न्यूज़ लाईव मुंगेर डेस्क: मुंगेर से निरंजन कुमार की रिपोर्ट

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व्यवहार न्यायालय स्थित एडीआर भवन में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन हुआ। कार्यक्रम का उद्घाटन जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकारआलोक गुप्ता,परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश अरविंद कुमार शर्मा, एडीजे प्रथम अविनाश कुमार द्वितीय, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकार मुक्तेश मनोहर,आरक्षी अधीक्षक सैयद इमरान मसूद ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।

 

इस अवसर पर जिला जज ने बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत अस्पताल के ओपीडी के तरह कार्य करता है जिस प्रकार ओपीडी में छोटे-मोटे बीमारी का इलाज कराकर मरीज खुशी-खुशी घर वापस लौट जाते हैं उसी प्रकार राष्ट्रीय लोक अदालत में छोटे-छोटे विवादों को दो पक्षों की आपसी सहमति से सुलझा दिया जाता है ताकि भविष्य में वह बड़े विवाद का कारण न बन सके। राष्ट्रीय लोक अदालत में समय की बचत होती है मानसिक परेशानी से लोग बचते हैं इसमें ना ही किसी पक्ष की जीत होती है और ना ही हार होती है वही, पुलिस कप्तान सैयद इमरान मसूद ने बताया कि इस बार विभिन्न बैंकों के12,400 एंव अन्य मामलें के 9,383 नोटिसों का तामिला कराया गया है। परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश अरविंद कुमार शर्मा ने बताया की नई ऊर्जा के साथ कार्य करे अच्छा परिणाम दिखेगा।

 

2134 वादों की सुनवाई जिसमें 1079 वादों का निष्पादन हुआ। तीन करोड़ छीयासठ लाख वाईस हजार चार सौ चौबीस रूपये का समझौता हुआ।
इस अवसर पर एडीजे चतुर्थ खुशबू श्रीवास्तव, ए डीजे पंचम धीरज कुमार मिश्रा, सीजीएम लाल बिहारी पासवान, एसीजेएम द्वितीय कुमार पंकज, मुंसिफ द्वितीय ब्रज किशोर चौधरी, जेएम प्रथम कविता अग्रहरि, प्रज्ञा मानस, रत्नेश कुमार द्विवेदी, वर्तिका जेएम द्वितीय निष्ठा,अनन्या शक्तिमान भारती विधिज्ञ संघ के अध्यक्ष शशि शेखर सिंह पैनल अधिवक्ता शिव शंकर बनर्जी पीएलवी मनोज कुमार, निरंजन कुमार , राजदीप आदि लोग मौजूद थे।

 

 

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