सारण: यदुवंशी राय मेमोरियल हॉस्पिटल में जल्द शुरू होगा आधुनिक सुविधाओं के साथ सभी बीमारियों का ऑपरेशन
Bihar News Live Desk: यदुवंशी राय मेमोरियल हॉस्पिटल में जल्द शुरू होगा आधुनिक सुविधाओं के साथ सभी बीमारियों का ऑपरेशन
•अब बड़े शहरों जैसी सारी सुविधाएं मिलेगी एक छत के नीचे
•निःशुल्क चिकित्सा शिविर में 190 का हुआ ईलाज
•शिविर में फाइब्रोस्कैन, हेपेटाइटिस बी – और सी का हुआ निःशुल्क जांच
•एंडोस्कोपी जांच 50% की छूट के साथ किया गया
छपरा। शहर के नगरपालिका चौक स्थिति यदुवंशी राय मेमोरियल हॉस्पिटल में निःशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन रविवार को किया गया। जिसमें करीब 190 से अधिक गरीब और असहाय मरीजों ने लाभ लिया। यदुवंशी राय मेमोरियल हॉस्पिटल के चिकित्सक हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ हिमांशु कुमार ने बताया कि निःशुल्क चिकित्सा शिविर में फाइब्रोस्कैन जांच का मार्केट में चार हजार लगता है जिसका शिविर में निःशुल्क जांच हुआ है । एंडोस्कोपी जांच में 50 % की छूट के साथ किया गया है और हेपेटाइटिस बी – और सी भी निःशुल्क जांच किया गया है। शिविर में पटना एम्स गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉ राहुल कुमार ने अपने अनुभव के साथ जिले के सभी क्षेत्र से आये मरीजों को निःशुल्क परामर्श दिया।
डॉ हिमांशु कुमार ने बताया कि बहुत जल्द यदुवंशी राय मेमोरियल हॉस्पिटल में सभी रोगों के विशेषज्ञ के साथ सभी प्रकार के ऑपरेशन कि सुविधा उपलब्ध होने वाला है जो कि सारण के लोगों के लिए नील का पत्थर साबित होगा और पटना दिल्ली बनारस लखनऊ जैसे बड़े शहरो में जाने कि जरूरत नहीं पड़ेगी। उन्होंने कहा कि आज भी ग्रामीण क्षेत्र के लोगों में जागरूकता कि कमी है जो समय समय पर कैंम्प के माध्य से लोगों को निःशुल्क ईलाज जांच, एवं दवा के साथ जागरूक किया जाता है।
चिकित्सा शिविर में मौजद डॉ राहुल कुमार ने बताया कि पेट रोग, लिवर रोग, सिरोसीस, फैटी लिवर, हेपराइटिस, कब्ज एवं लिवर फैट, पाईल्स, गैस, पेट दर्द, उल्टी के सम्पूर्ण रोगों मिले है जिसमें ज़्यदा तर मरीज लिवर कि समस्या लेकर पहुंच रहे है जिनका फाइब्रोस्कैन जांच कर निःशुल्क परामर्श दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि लोगों के खान पान में सुधार करने कि नसीहत दी है। लिवर की बीमारी हमेशा ऐसे लक्षण पैदा नहीं करती जिन्हें देखा या महसूस किया जा सके। अगर लिवर की बीमारी के लक्षण हैं, तो उनमें ये शामिल हो सकते हैं।
त्वचा और आंखों के सफेद भाग का पीला पड़ना, जिसे पीलिया कहा जाता है। काली या भूरी त्वचा पर त्वचा का पीलापन देखना मुश्किल हो सकता है। पेट में दर्द और सूजन।पैरों और टखनों में सूजन। त्वचा में खुजली। गहरे रंग का मूत्र, पीला मल, लगातार थकान रहना, मतली या उलटी। भूख में कमी है।
इस मौके पर डॉ हिमांशु कुमार, डॉ राहुल कुमार, पूर्व मंत्री जितेंद्र राय, पूर्व एमलसी रघुवंस प्रसाद यादव, डॉ स्वेत सिखा, मानसिक रोग के स्पेस्लिस्ट डॉ ए कुमार, हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ ऐके चक्रवती, डॉ अमरेश कुमार, अरुण कुमार, रितेश कुमार समेत कई गणमान्य लोंग मौजूद थे।
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