अररिया,भरगामा.
भरगामा थाना क्षेत्र के शंकरपुर और शेखपुरा गांव में करीब एक दर्जन लोगों पर सियार के हमले के बाद डीएफओ मेघा यादव ने 3 सदस्यीय जांच टीम का गठन किया है. शुक्रवार को वन विभाग की जांच टीम शंकरपुर गांव पहुंचकर पीड़ित व ग्रामीणों से जानकारी जुटाई. इस दौरान पंजों के निशान आदि भी लिए गए. ग्रामीणों को सतर्क रहने की बात कही गई. बुधवार की देर शाम शंकरपुर गांव निवासी सरोज सिंह के 20 वर्षीय पुत्र आदित्य कुमार,विनेश मेहता के पुत्र मोहन मेहता,रुदिलाला ऋषिदेव के पुत्र रमेश ऋषिदेव,बुच्चाय ऋषिदेव के पुत्र अटीन ऋषिदेव शेखपुरा गांव निवासी फरेवी यादव के पुत्र आनंदी यादव,अनिल यादव की पुत्री चंचल कुमारी,उमानंद यादव तथा अनमोल यादव के भैंस का बच्चा पर सियार के हमले की घटना के बाद लोग दहशत में हैं.
इस खबर को बिहार न्यूज लाइव ने गुरुवार के अंक में प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया था. खबर पर संज्ञान लेते हुए डीएफओ मेघा यादव ने सियार की तलाश के लिए 3 सदस्यीय वन विभाग की जांच टीम को शंकरपुर गांव भेजकर घायलों से मुलाकात कर मामले की जानकारी ली.
इसके बाद वन विभाग की टीम ने कई जगहों पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया,लेकिन सियार का पता नहीं चल सका. वन विभाग की जांच टीम के वनपाल भूपेंद्र यादव,वनरक्षक नीतीश कुमार,वनरक्षक शिवम कुमार सहित अन्य वन कर्मी शुक्रवार को शंकरपुर गांव पहुंचकर सबसे पहले सियार के हमले में जख्मी सरोज सिंह के पुत्र आदित्य कुमार से पूरी घटना की जानकारी ली. ग्रामीणों के बयान आदि दर्ज कर घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण कर हमला करने वाले जंगली जानवर के पंजों के निशान देखे. क्षेत्र में गश्त कर झाड़ियों आदि में उक्त जंगली जानवर की तलाश की. जांच टीम ने कहा कि हो सकता है कोई सियार भटक कर इस गांव की तरफ आ गया होगा.
अगर कभी जंगली जानवर का हमला हो तो ग्रामीणों को भयभीत नहीं जागरूक और सतर्क रहने की जरूरत है. अगर जानवर शिकार के लिए आया होगा तो फिर से आएगा. अगर रास्ता भटक कर आया होगा तो वह भाग गया होगा. वन विभाग की टीम लगातार क्षेत्र में गस्ती करेगी. 3 सदस्यीय वन विभाग की जांच टीम के वनपाल भूपेंद्र यादव ने बताया कि किसी आदमखोर सियार ने उक्त लोगों पर हमला किया है,उस आदमखोर सियार की तलाश के लिए वन विभाग की टीम सक्रिय है.
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