मधेपुरा :भाकपा का जिला स्तरीय प्रशिक्षण शिविर संपन्न

Rakesh Gupta

रंजीत कुमार /मधेपुरा

मधेपुरा :भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जिला स्तरीय प्रशिक्षण शिविर बुधवार को देर रात सदर प्रखंड के का0 अनिरुद्ध मुखिया नगर खोपैति में पार्टी के जिला मंत्री विद्याधर मुखिया की अध्यक्षता में संपन्न हुआ lप्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन करते हुए भाकपा के राष्ट्रीय परिषद सदस्य प्रमोद प्रभाकर ने कहा कि दुनियां में पूंजीवादी व्यवस्था चरमरा सी गई है अब उसका जाना तय है और पूंजीवाद के कब्र पर हीं समाजवाद का जन्म होना निश्चित है |

उन्होंने कहा कि आज जब विचारों और सिद्धांतों का अवमूल्यन हो रहा है तो इस विषम परिस्थिति में मजबूती के साथ कम्युनिस्ट पार्टी अपने वैज्ञानिक विचारधारा मार्क्सवादी सिद्धांत को फैलाने के प्रति दृढ़ संकल्पित है l उन्होंने कहा कि चीजों को देखने की नजरिया अगर हमारी मार्क्सवादी नजरिया नहीं होगी तो हम पूंजीवादी दलों की तरह जाति, धर्म, क्षेत्र, भाषा में फंसकर रह जाएंगे l

 


इसलिए पार्टी शिक्षा की आवश्यकता न सिर्फ पार्टी हित में बल्कि देश हित में आवश्यक हैl प्रशिक्षण शिविर के प्रशिक्षक प्रसिद्ध मार्क्सवादी चिंतक एस एन आजाद ने कहा कि मार्क्सवाद एक वैज्ञानिक विचारधारा है l उन्होंने कहा कि डार्विन के अनुसार मनुष्य को मनुष्य के रूप में आने में लाखों वर्ष लगा, पहली बार अफ्रीका के जंगल में मनुष्य को देखा गया, उन्होंने मानव समाज के विकास पर विस्तार से चर्चा की, कहा कि मार्क्स ने पूंजी( दास कैपिटल) लिखा ,जिसे मार्क्स के सिद्धांत के रूप में देखा जाता हैlआज पूंजीवादी मुल्क भी आर्थिक संकट के निदान के लिए पूंजी का अध्ययन कर रहे हैं l

उन्होंने द्वंद्वात्मक भौतिकवाद, ऐतिहासिक भौतिकवाद, राजनीतिक अर्थशास्त्र आदि की विस्तार से चर्चा की l आजाद ने आदिम साम्यवादी युग, दास युग , सामंतवादी युग, पूंजीवादी युग आदि की चर्चा करते हुए कहा कि आज हम पूंजीवादी व्यवस्था में है, जहां 90% धन पर 10% लोगों का कब्जा है lश्री आजाद ने फ्रांस की क्रांति और रूसी क्रांति और फिर औद्योगिक क्रांति की विस्तार से चर्चा की और स्पष्ट तौर पर कहा
कि पूंजीवाद का विकल्प समाजवाद हीं है l

उन्होंने भाकपा के सौ वर्ष का गौरवशाली इतिहास पर प्रकाश डालते हुए भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में भूमिका और कुर्बानी की चर्चा की कहा कि भाकपा नेताओं को कानपुर षड्यंत्र केस, मेरठ षड्यंत्र केस में अभियुक्त बनाया गया , दर्जनों नेताओं को काला पानी की सजा हुई ,उन्हें यातनाएं दी गई, अंग्रेजों ने पार्टी को गैर कानूनी करार दिया , बावजूद भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी स्वतंत्रता आंदोलन के साथ-साथ भूमि आंदोलन, किसान आंदोलन, छात्र आंदोलन, साहित्य एवं सांस्कृतिक आंदोलन को देश में बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की l उन्होंने संगठन के मुख्य आधार को एवं संगठन और आंदोलन के बीच संबंध पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वक्त का तकाजा है कि कम्युनिस्ट पार्टी के संगठन को मजबूत बनाकर वैचारिक राजनीतिक लड़ाई को आगे बढ़ाएं एवं जनता के हक दिलाने के लिए और देश को बचाने के लिए संघर्ष को तेज करें l

प्रशिक्षण शिविर में भाकपा के राज्य परिषद सदस्य शैलेंद्र कुमार, उमाकांत सिंह, वरीय नेता मुकुंद प्रसाद यादव, बालकिशोर यादव ,जगत नारायण शर्मा, पवन कुमार, अंबिका मंडल, मोती प्रसाद सिंह, रमेश कुमार शर्मा ,ललन मंडल, कृतनारायन रजक, बिंदेश्वरी यादव, कुंदन यादव, दिलीप पटेल ,वसीमउद्दीन उर्फ नन्हें, शुभम स्टालिन, दशरथ यादव,मनोज राम, अजीत शर्मा ,अरुण कुमार तांती, दिलीप किस्कू,सिकंदर राम, रामसेवक यादव, बिंदेश्वरी यादव, माधो राम,शंभू पासवान, आदि बड़ी संख्या में भाकपा कार्यकर्ता और नेता शामिल थे l

Share This Article