(हरिप्रसाद शर्मा ) पुष्कर/अजमेर/ अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पुष्कर मेले में प्रबोधनी एकादशी पर सैन भक्ति पीठ में मंगलवार को भक्ति पीठ में तुलसी विवाह हर्षोल्लास के साथ किया गया ।
सैनाचार्य अचलानन्दाचार्य ने कहा कि मनुष्य को जीवन में कन्या दान ज़रूर करना चाहिए। ऐसे कार्यक्रम करने से हर मनुष्य का जीवन सार्थक होता है । उन्होंने कहा कि मनुष्य में दान करने की क्षमता बढ़ती है, घटती नहीं है ।
सैन भक्ति पीठ के प्रवक्ता हरिप्रसाद पाराशर ने बताया कि पंडित रामप्रसाद त्रिपाठी ने तुलसी विवाह करवाया ।जिसके मुख्य यजमान यादवेंद्र सिंह पूर्णिमा कंवर निवासी कोटा थे। सालिगराम जी की बरात संन्यास आश्रम से भक्ति पीठ बैंड बाजों के पहुँची ।
पश्चात विधिवत कार्यक्रम सम्पन्न हुआ ।जिसमें शामिल बलजीत सिंह बुगालिया, माली बाई ,कर्णवीर सिंह ,केलवा ,शिवजी रतनू ,बाबूसैन ,पंडित रामप्रकाश त्रिपाठी, अमृत गहलोत, रमेश दरगिया, ओमप्रकाश सैन, मदनलाल मास्टर, सरपंच घासीराम इत्यादि थे ।