*आरएसएस प्रमुख के बयान पर-
अंजुमन सचिव का पलटवार, बोले- “सब कुछ लुटाकर होश में आए तो क्या किया”
*हर मस्जिद के नीचे मंदिर खोजने की जरूरत नहीं- भागवत
(हरिप्रसाद शर्मा) अजमेर/आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान पर अजमेर दरगाह के अंजुमन सैयद जादगान के सचिव सैयद सरवर चिश्ती ने कड़ा पलटवार किया है। भागवत ने मंदिर-मस्जिद विवादों को लेकर एक कार्यक्रम में कहा था कि हर मस्जिद के नीचे मंदिर खोजने की जरूरत नहीं है और हमें दुनिया को दिखाना चाहिए कि हम सद्भावना के साथ रह सकते हैं।
भागवत के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए सैयद सरवर चिश्ती ने कहा- आरएसएस प्रमुख ने सही कहा है, लेकिन अब सब कुछ लुटाकर होश में आए तो क्या किया। जिन्न अब बोतल के बाहर आ चुका है और कोई सुनने को तैयार नहीं है। मौजूदा हालात उन्हीं की नीतियों की देन हैं। गाय संरक्षण के नाम पर गुंडागर्दी हो रही है और राम जन्मभूमि आंदोलन से ही देश में माहौल बिगड़ा है।
हाल ही में आरएसएस प्रमुख ने संभल में मंदिर और कुएं के विवाद के बीच कहा था कि राम मंदिर निर्माण के बाद कुछ लोग नए मुद्दे उठाकर खुद को हिंदुओं का नेता साबित करना चाहते हैं, जो स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि हमें दुनिया को दिखाना चाहिए कि भारत में सभी लोग शांति और सद्भाव के साथ रहते हैं। सैयद सरवर चिश्ती ने भागवत के बयान को सही ठहराते हुए कहा कि अब केवल बयानबाजी से हालात नहीं सुधर सकते।
चिश्ती ने कहा कि देश में बिगड़े माहौल को सुधारने के लिए सभी पक्षों को गंभीरता से काम करना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि जो कुछ आज हो रहा है, वह पहले की गलतियों का नतीजा है। चिश्ती के बयान के बाद दोनों पक्षों के विचारों पर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। भागवत और चिश्ती के बयानों को लेकर राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्रों में बहस तेज हो गई है।
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