छपरा। सोमवार को छपरा के नगर पालिका चौक पर छात्र संगठनों के द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन किया के साथ सभा किया।
सभा को संबोधित करते हुए आइसा बिहार उपाध्यक्ष सह जिला अध्यक्ष कुणाल कौशिक व एसएफआई जिला सचिव देवेंद्र कुमार ने संयुक्त रूप से कहा कि नीतीश,भाजपा की सरकार छात्रों पर जो दमनात्मक नीति अपना रही है उसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा । संवैधानिक तरीके से धरना प्रदर्शन, भूख हड़ताल कर अपनी बातों को रखना कोई जुर्म नहीं है लेकिन ये फासीवादी सरकार छात्रों के ऊपर लाठिया बरसा रही है, इस कड़ाके के ठंड में वाटर कैनन का प्रयोग किया गया और इन दबाओ को झेलते हुए जब सोनू जैसे छात्र युवा की संस्थानिक हत्या की जाती है तब ये सरकार इसकी जवाबदेही देने को भी तैयार नहीं है।
छात्रों की समस्याओं को लेकर वामपंथी छात्र संगठनों ने लगातार बीपीएससी पेपर लीक और धांधली के खिलाफ धरणा प्रदर्शन करते रहे है, बीते 3 जनवरी आइसा, एसएफआई एवं तमाम वामपंथी छात्र संगठनों द्वारा पटना मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया गया लेकिन मुख्यमंत्री ने छात्रों से मिलना उनकी समस्याओं को समझना जरूरी नहीं समझा और 20 ज्ञात लोगों पर केस दर्ज करते हुए 200 अज्ञात पर भी मुकदमा की बात कही, लोकतंत्र के हनन का ये सिलसिला नीतीश भाजपा के राज में लगातार घटित हो रही है।
छात्र सोनू को न्याय दिलाने और बीपीएससी पुनः परीक्षा के लिए हम आगे भी विरोध जारी रखेंगे और इसी कड़ी में आज मुख्यमंत्री का पुतला दहन कर विरोध जताया गया और री एग्जाम की मांग की गई। उक्त अवसर पर कुणाल कौशिक, नीरज कुमार, अंशु पासवान, बिट्टू कुमार, विशाल कुमार, अंशु कुमार एवम एसएफआई से देव सर, गोलू यादव, विनय कुमार, रुपेश कुमार, मुकूल अम्बेडकर आदि मौजूद थे।