अररिया/भरगामा.
बिहार सरकार के निर्देशानुसार सभी ग्राम पंचायतों के पंचायत भवन के अंदर पंचायत वासियों को एक हीं छत के नीचे प्रखंड कार्यालय स्तर की विभिन्न सुविधाओं को उपलब्ध कराने का प्रावधान है. लेकिन,भरगामा प्रखंड क्षेत्र के कुल 20 पंचायतों में से 3 पंचायतों में पंचायत सरकार भवन व 15 पंचायतों में पंचायत भवन एवं 9 पंचायतों में मनरेगा भवन उपलब्ध रहने के बावजूद भी इस कार्यालय में पदस्थापित कर्मी नियमित तौर पर ससमय इस भवन में नहीं बैठ रहे हैं. नतीजतन स्थानीय ग्रामीणों को छोटे-छोटे कार्यों के लिए भरगामा प्रखंड मुख्यालय का चक्कर लगाना पड़ रहा है,जिससे आमलोगों को काफी परेशानी होती है. ग्रामीणों की इस समस्या एवं कर्मियों की इस मनमानी को लेकर गुरुवार को सामजिक कार्यकर्त्ता सह आरटीआई एक्टिविस्ट युवराज यादव ने जिलाधिकारी समेत कई वरीय पदाधिकारियों को लिखित आवेदन दिया है |
डीएम को दिए गए लिखित आवेदन में बताया गया कि उक्त पंचायत स्तरीय कार्यालय में पदस्थापित कार्यपालक सहायक सहित अन्य कर्मियों का करीब 6 सालों से तबादला नहीं हुआ है,शायद यही कारण है कि इनलोगों का प्रखंड कार्यालय से लेकर जिला कार्यालय तक तगड़ी सेटिंग हो गई है और शायद यही वजह है कि विभागीय अधिकारियों के आदेश को ठेंगा दिखाकर बेखौफ होकर अपने घर में बैठकर मानदेय ले रहे हैं |
आवेदन में बताया गया है कि पंचायत स्तरीय कर्मियों का डेली उपस्थिति पंजी का बिना जांच-पड़ताल किये हुए हीं उपरोक्त कर्मियों के खाते में पूरे महीने की मानदेय राशि भेजी जाती है,जबकि सच्चाई यह है कि इस कार्यालय में पदस्थापित कर्मी सिर्फ और सिर्फ उच्च अधिकारियों को खुला कार्यालय का फोटो दिखाने के लिए बड़ी मुश्किल से महीने में 5 से 10 रोज चंद मिनटों के लिए कार्यालय का ताला खोलते हैं |
आवेदन में बताया गया है कि ग्रामीण ऑफिस समय में विभिन्न कार्यों को लेकर कर्मियों से मिलने के लिए पंचायत भवन जाते हैं तो एक भी कर्मी उक्त कार्यालय में नहीं मिलते हैं. फोन से बात करने पर कहा जाता है कि मैं फिल्ड में हूँ या नहीं तो छुट्टी पर हूँ,लेकिन वे फिल्ड में रहते हैं या छुट्टी पर उन्हें देखने या उनसे सवाल करने वाले कोई नहीं है. लिहाजा उपरोक्त कर्मी बिना किसी उच्च अधिकारी के अनुमति के ऑफिस समय में कार्यालय से गयाब रहते हैं. इस संबंध में जिला पदाधिकारी अनिल कुमार ने बताया कि ऑफिस समय में पंचायत सरकार भवन,पंचायत भवन,मनरेगा भवन में ताला बंद रहने के संबंध में लिखित शिकायत मिली है. अगर कोई भी कर्मी ऑफिस समय में कार्यालय से गायब रहते हैं तो वे अतिशीघ्र अपने आदतों में सुधार लाएं अन्यथा ऐसे लापरवाह कर्मियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी |