*जौहर मेले के लिए बजट की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी।
*देश के लिए कुछ करके दिखाने की प्रेरणा देता है- राठौड़
*जौहर के बलिदान का विश्व में कोई दूसरा उदाहरण नहीं- नारायण गिरि
(हरिप्रसाद शर्मा )चित्तौड़गढ़:वीर प्रसूता भूमि चित्तौड़गढ़ के विश्व प्रसिद्ध दुर्ग में आयोजित विशाल जौहर मेले में मंगलवार को श्रद्धांजलि समारोह में जौहर की अगुवाई करने वाली महारानी पद्मिनी, राजमाता कर्णावती और फूलकंवर मेड़तणी समेत सभी वीरांगनाओं को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
कार्यक्रम श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर व श्री पंच दशनाम जूना अखाडा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता, व दिल्ली संत महामंडल के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज के पावन सानिध्य व अध्यक्षता में जौहर स्मृति संस्थान द्वारा श्रद्धांजलि समारोह के मुख्य अतिथि राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा व अति विशिष्ट अतिथि राजस्थान सरकार के उद्योग एवं वाणिज्य, युवा मामले एवं खेल विभाग में कैबिनेट मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ रहे।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने पीरांगनाओं को नमन करते हुए कहा कि महारानी पद्मिनी, राजमाता कर्णावती और फूलकंवर मेड़तणी समेत हजारों वीरांगनाओं ने आत्म सम्मान व देश के सम्मान के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। उनके वीरता व शौर्यता की गाथाएं आज भी ह्रदय में जोश भरती हैं।
उन्होंने कहा कि चित्तौड़ समेत पूरे राजस्थान की भूमि भक्ति, शक्ति, तप व बलिदान की ऐसी भूमि है कि इस पर चरण रखने से ही जीवन धन्य हो जाता है। यहां की भूमि को वीरों व वीरांगनाओं ने अपने रक्त से सींचा हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां की धरती स्वाभिमान व आत्म सम्मान की धरती है। यहां पर कण-कण में वीरों व वीरांगनाओं की वीरता व शौर्यता की गाथाएं समाई हैं। वीरांगनाओं की शौर्यता, वीरता व बलिदान की गाथा के प्रतीक दुर्ग के दर्शन करना किसी मठ या मंदिर के दर्शन करने से कम नहीं है ।
उन्होंने कहा कि वीरांगनाओं के बलिदान के चर्चे आज भी पूरे विश्व भर में होते हैं और लोग उनके बलिदान से प्रेरणा लेते हैं। राजस्थान सरकार यहां की संस्कृति, धरोहर, विरासत व परम्परा को बनाए रखने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। जौहर मेले के लिए बजट की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी।
श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने कहा कि चित्तौड़गढ़ का इतिहास बहुत ही गौरवशाली इतिहास है। महाराणा प्रताप व राणा सांगा ने आत्मसम्मान व देश के सम्मान के लिए जो संघर्ष किया, उसकी दूसरी कोई मिसाल नहीं मिलती है।
गिरि ने कहा महाराणा प्रताप को कभी भी पराजित नहीं किया जा सका। आत्म सम्मान, देश की आन-बान-शान की रक्षा तथा आने वाली पीढियों को सुरक्षित रखने के लिए महारानी पद्मिनी, राजमाता कर्णावती और फूलकंवर मेड़तणी व अन्य हजारों वीरांगनाओं ने जौहर करके जो बलिदान दिया, उसका भी विश्व में कोई दूसरा उदाहरण नहीं मिलता है। चित्तौड़गढ़ की भूमि वीरता व शौर्यता की भूमि है। यहां के वीरों व वीरांगनाओं की वीरता-शौर्यता व बलिदान की गाथाओं से पूरे विश्व के लोग प्रेरणा ले रहे हैं। कुछ कुत्सित मानसिकता वाले लोग वीरों का अपमान कर देश को तोडने का सपना देख रहे हैं, मगर उनका यह सपना कभी पूरा नहीं होगा। वीरों व वीरांगनाओं का बलिदान रंग लाएगा और हमारा देश जल्द ही पुनः विश्व गुरू बनेगा।
राजस्थान सरकार के उद्योग एवं वाणिज्य, युवा मामले एवं खेल विभाग में कैबिनेट मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि जौहर बोलने व सुनने में भले ही आसान लगे, मगर करना कितना मुश्किल है, इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है। आत्म सम्मान व स्वाभिमान की रक्षा के लिए वीरांगनाओं ने अपना बलिदान दे दिया और दुश्मनों के सभी षडयंत्रों को विफल कर दिया। वीरांगनाओं का यह बलिदान हमें भी आत्मसम्मान-स्वाभिमान के लिए हमेशा संघर्ष करने तथा अपने देश के लिए कुछ करके लिए दिखाने की प्रेरणा देता है। श्रद्धांजलि समारोह से पूर्व भूपाल राजपूत छात्रावास से प्रातः 8 बजे विशाल शोभायात्रा का शुभारंभ हुआ। राजपूत भूपाल राजपूत छात्रावास से जौहर प्रतिमा की शोभायात्रा नगर के प्रमुख मार्गो से होते हुए रास्ते में वीर पूजा करते हुए दुर्ग पर पहुंची। शोभायात्रा में हाथी, ऊंट, घोड़े आदि शामिल हुए। शोभायात्रा में महाराणा सांगा, महाराणा प्रताप, भक्तिमति मीराए महारानी पद्मिनी, हाड़ी रानी आदि की झांकियां आकर्षण का केंद्र रहीं। शोभायात्रा के दौरान पांडनपोल से दुर्ग तक बलिदानी शुरमाओं के स्मारकों का पूजन भी हुआ। श्रद्धांजलि सभा में प्रधान संरक्षक श्रीमंत राजमाता साहिबा निरूपमा कुमारी मेवाड़, श्रीजी हजूर महाराणा साहेब विश्वराज सिंह मेवाड़, श्रीमंत महाराणी साहिबा महिमा कुमारी मेवाड़, राजस्थान के सहकारिता मंत्री गौतम जी दक, पंजाब के पूर्व राज्यपाल वी पी सिंह बदनोर, क्षत्रिय युवक संघ के संघ प्रमुख लक्ष्मण सिंह बैण्याकावास, चित्तौड़गढ़ के विधायक चंद्रभान सिंह आक्य, शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी, पूर्व मंत्री विधायक निम्बाहेडा श्रीचंद कृपलानी, विधायक मीनमाल समर सिंह राठौड, विधायक कपासन अर्जुन लाल जीनगर, विधायक बेगू सुरेश धाकड आदि भी मौजूद रहे। जौहर स्मृति संस्थान चित्तौड़गढ़ के रावत नरेंद्र सिंह विजयपुर ने सभी का आभार व्यक्त किया। उपाध्यक्ष शक्ति सिंह मुरलियाए महिला उपाध्यक्ष निर्मला कंवर राठौड महामंत्री तेजपाल सिंह शक्तावत खोर, संयुक्त मंत्री गजराज सिंह बराडा व कोषाध्यक्ष गोवर्धन सिंह भाटी ने अतिथियों का स्वागत व सम्मान किया।