*स्मार्ट सिटी के तहत बने रामसेतु में बारिश से हुआ गड्ढा, यातायात किया बंद, लोग बोले- भ्रष्टाचार हुआ*
*विकास कार्यों की गुणवत्ता को लेकर गंभीर नहीं
*सड़क पर बैरिकेड्स लगाकर वाहनों की आवाजाही रोक दी
(हरिप्रसाद शर्मा) अजमेर/केंद्र सरकार की बहुप्रचारित स्मार्ट सिटी योजना के अंतर्गत करोड़ों रुपये की लागत से बना अजमेर का रामसेतु (एलिवेटेड रोड) अब भ्रष्टाचार और लापरवाही का प्रतीक बनता जा रहा है। हाल ही में हुई तेज बारिश के बाद फव्वारा चौराहे से मार्टिंडल ब्रिज तक जाने वाले इस एलिवेटेड रोड पर बड़ा गड्ढा बन गया है, जिसके चलते प्रशासन ने मार्ग को पूरी तरह से बंद कर दिया है और गड्ढों पर मिट्टी के कट्टे रख दिए गए हैं।
यातायात पुलिस के एएसआई किशोर ने गड्ढे होने की सूचना मिलते ही सड़क पर बैरिकेड्स लगाकर वाहनों की आवाजाही रोक दी गई, जिससे किसी तरह का हादसा न हो। स्थानीय नागरिकों का आरोप है कि नगर निगम और संबंधित विभाग विकास कार्यों की गुणवत्ता को लेकर गंभीर नहीं हैं। उनका कहना है कि सरकार केवल नाम बदलने और औपचारिक घोषणाओं में व्यस्त रहती है, जबकि धरातल पर निर्माण कार्यों में भारी अनियमितता और भ्रष्टाचार व्याप्त है।
गौरतलब है कि स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत इस एलिवेटेड रोड का निर्माण भारी लागत से किया गया था, जिसका उद्देश्य शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को सुगम बनाना और यात्रा को सुरक्षित बनाना था। लेकिन, निर्माण के कुछ ही समय बाद ही इस सड़क पर दरारें और गड्ढे उभरने लगे, जो निर्माण की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े करते हैं। स्थानीय लोगों ने कहा कि सरकार केवल नाम बदलने पर ध्यान दे रही है, लेकिन बारिश के बाद असली हकीकत सामने आ जाती है। उल्लेखनीय है कि कुछ महीने पहले राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने इस एलिवेटेड रोड का नाम बदलकर ‘रामसेतु’ रखा था।