• दरभंगा जिले के कई गाँवों में यात्रा संपन्न
• ग्रामीण क्षेत्रों में सभाएँ, स्वागत, संवाद और आतिथ्य
• रूडी ने कहा कि समाज ने अब अपना प्रतिनिधि, अपना गारंटर ढ़ूंढ लिया है, जो हर परिस्थिति में साथ खड़ा रहेगा।
• बिहार विधानसभा चुनाव में क्षत्रिय समाज की भूमिका अब केवल सहभागी नहीं, बल्कि दिशा निर्धारक होगी।
• क्षत्रिय समाज के गौरव व एकता पर बल
दरभंगा, 26 जुलाई। सांसद श्री राजीव प्रताप रूडी द्वारा क्षत्रिय समाज के गौरव राणा सांगा के नाम पर प्रारंभ की गई सांगा यात्रा अब क्षत्रिय समाज के गौरव और संगठित चेतना का प्रतीक बनती जा रही है, जो पूरे बिहार में नई सामाजिक ऊर्जा और जागरूकता फैला रही है। इसी क्रम में यात्रा दरभंगा जिले के विभिन्न गाँवों में पहुँची, जहाँ ग्रामीण क्षत्रिय समाज के लोगों ने जोशीले स्वागत और आत्मीय आयोजनों से अपनी भागीदारी दर्ज कराई। इस दौरान सीवान से जदयू नेता श्री अजय सिंह, बाबू वीर कुँवर सिंह शौर्य जयंती आयोजन समिति के वरिष्ठ संयोजक सदस्य, अध्यक्ष श्री ब्रजेश सिंह, डॉ भरत सिंह अझवल, मुखिया संघ के अध्यक्ष मनोज सिंह, सरपंच संघ के अध्यक्ष श्री मनोज सिंह, उप प्रमुख मनोज सिंह, शिव नारायण सिंह, भाजपा के प्रदेश कार्य समिति सदस्य श्री राकेश कुमार सिंह, ई॰ सत्येन्द्र सिंह, डिहरामपुर के श्री सुमित सिंह, श्री राजेश्वर राणा, खैरा के श्री अरूण सिंह, श्री कुंदन सिंह मुखिया, श्री अमरजीत सिंहपुर मुखिया, श्री पुरूषोतम सिंह डिहरामपुर, श्री हेमंत सिंह, श्री बिट्टू सिंह, रिता सिंह, अनिल सिंह, निरंजन शर्मा सहित अनेक सम्मानित जन उपस्थित थे।

श्री रूडी ने कहा कि समाज ने अब अपना प्रतिनिधि, अपना गारंटर ढ़ूंढ लिया है, जो हर परिस्थिति में साथ खड़ा रहेगा। समाज का यह भरोसेमंद प्रतिनिधि न केवल आवाज उठाएगा बल्कि ज़िम्मेदारी भी निभाएगा। उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में क्षत्रिय समाज की भूमिका अब केवल सहभागी नहीं, बल्कि दिशा निर्धारक होगी।
यात्रा की शुरुआत सिमरी चौक से हुई, जहाँ स्वागत समारोह हुआ। इसके बाद डिहरामपुर के दुर्गा मंदिर परिसर, सेनुआरा में पिंकु सिंह के आवास, खैरा में पंकज जी की बिस्किट फैक्ट्री, सजनपुरा में कुंदन सिंह के परिसर, और छोटाइपट्टी के शिव मंदिर में क्रमशः सभा, संवाद, आतिथ्य और जनसंपर्क कार्यक्रम आयोजित हुए।
सभा में सांसद श्री रूडी ने कहा कि अब आपको किसी को खोजने की ज़रूरत नहीं, राजीव प्रताप रूडी आपके बीच आ गया है। मैं नेता नहीं, इस समाज का बेटा हूँ। उन्होंने क्षत्रिय समाज की दशा-दिशा पर भी विस्तार से बात करते हुए कहा कि मैं भाजपा का सिपाही हूँ, और क्षत्रिय समाज के हक और सम्मान के लिए भी हर संघर्ष को तैयार हूँ। हमें चार हजार गाँवों तक यह चेतना पहुँचानी है।