पत्रकारों का समर्थन करने के लिए नेशनल जर्नलिस्ट एसोसिएशन ने तेजस्वी यादव का किया साधुवाद
कुम्भकर्णी नींद से जागे नेता प्रतिपक्ष ,चुनावी मौसम में आयी पत्रकारों के हितों की याद
पत्रकारों पर हुए हमले के खिलाफ नेशनल जर्नलिस्ट एसोसिएशन ने मंत्री के खिलाफ खोला मोर्चा,मुख्यमंत्री से की निष्पक्ष जांच की मांग
बिहार में पत्रकार सुरक्षा कानून को लेकर सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों नहीं है गंभीर :राकेश कुमार गुप्ता
पटना :पत्रकारों के हित और अधिकारों के लिए अग्रिम पंक्ति में खड़ा रहने वाले संगठन नेशनल जर्नलिस्ट एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राकेश कुमार गुप्ता ने बिहार सरकार के मंत्री जीवेश मिश्रा के द्वारा दरभंगा के पत्रकार दिलीप कुमार सहनी को अपशब्द भाषा का प्रयोग करने और मारपीट करने के मामले में गहरी आलोचना करते हुए मंत्री के इस कृत्य को लोकतंत्र के लिए खतरा बताया है। उन्होंने कहा कि पत्रकारों के साथ आये दिन तरह-तरह की घटनाएं होते रहती है,लेकिन हाल के दिनों में जो सत्ताधारी मंत्री के द्वारा पत्रकारों के साथ दुर्व्यवहार किया गया है, वह बिल्कुल भी क्षमा योग नहीं है। उन्होंने कहा कि सत्ताधारी सरकार को पत्रकारों की सुरक्षा को गंभीरता से लेना चाहिए,ना कि उन्हें पीटना चाहिए।
वहीं पत्रकार दिलीप सहनी के साथ हुए दुर्व्यवहार की घटना से विपक्ष पार्टी के नेता तेजस्वी यादव भी काफी आहत हैं। जानकारी के अनुसार पत्रकारों की सुरक्षा और लोकतंत्र की रक्षा के लिए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सोमवार को दरभंगा जिले के सिंहवाड़ा थाना क्षेत्र पहुंचे और पत्रकार दलीप सहनी उर्फ दिवाकर के घर जाकर हालिया घटना की पूरी जानकारी ली है। उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए इस हालात पर अपना विचार साझा करते हुए बड़ा एलान किया है। तेजस्वी यादव ने कहा है कि अगर मंत्री जीवेश मिश्रा को गिरफ्तार नहीं किया गया,तो दरभंगा में चक्का जाम जैसी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इधर,नेशनल जर्नलिस्ट एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राकेश कुमार गुप्ता ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के इस टिप्पणियों का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया है। लेकिन उन्होंने कहा कि यह कोई पहली बार पत्रकारों के साथ दुर्व्यवहार नहीं हुआ है। इससे पहले भी कई पत्रकारों के साथ मारपीट और दुर्व्यवहार हुआ है,लेकिन आज तक उन पीड़ित पत्रकारों को न्याय नहीं मिल सका है।सत्ताधारी सरकार को तो पत्रकारों की सुरक्षा से कोई लेना देना नहीं है,कम से कम विपक्ष के नेताओं को भी तो पत्रकारों की लड़ाई को मजबूती से लड़ना चाहिए।उन्हें भी तो पत्रकारों की सुरक्षा को ध्यान में रखना चाहिए।बिहार में पत्रकार सुरक्षा कानून को लेकर सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों गंभीर नहीं है।आज तक पत्रकारों के लिए ना पक्ष खड़ा हुआ है ना हीं विपक्ष ऐसे में पत्रकारों की सुरक्षा राम भरोसे चल रही है।
इधर,नेशनल जर्नलिस्ट एसोसिएशन के राष्ट्रीय सचिव नीरज कुमार सिंह, प्रदेश संरक्षक बालदेव प्रसाद सिंह, प्रदेश अध्यक्ष अबोध ठाकुर,महिला विंग की अध्यक्षा पूजा मिश्रा ,वरीय उपाध्यक्ष चन्दन कुमार झा ,प्रदेश महासचिव नवीन झा, प्रदेश सचिव शंकर कुमार , राजेश कुमार सिन्हा,मुंगेर जिला अध्यक्ष ललन राज, मधेपुरा अध्यक्ष डॉ सुलेन्द्र ,सुपौल अध्यक्ष प्रमोद कुमार यादव, भागलपुर अध्यक्ष अरुण कुमार भारती,सक्रिय सदस्य सह अररिया के पत्रकार अंकित सिंह,आदि ने मंत्री जीवेश मिश्रा के द्वारा पत्रकार दिलीप सहनी पर किये गए बर्बतापूर्ण हमले का विरोध जताते हुए इसे लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ पर हमला बताते हुए दोषी मंत्री और उनके दोषी समर्थकों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की है।