अंकित सिंह,भरगामा (अररिया):धर्म की अधर्म पर विजय का पर्व विजयादशमी पर रावण दहन कार्यक्रम इस बार दो अक्टूबर (गुरुवार) को जयनगर गांव में मनाया जाएगा। जानकारों के अनुसार इसी दिन भगवान श्रीराम ने रावण पर विजय हासिल की थी और सीता माता को लेकर वापस आए थे। ये दिन प्रभु श्रीराम की जीत का प्रतीक है। मालूम हो कि करीब एक दशक से चली आ रही परंपरा के तहत नवयुवक संघ,जयनगर की ओर से इस बार 11वां रावण दहन कार्यक्रम बेहद खास होगा।
व्यवस्थापक के अनुसार रावण दहन कार्यक्रम लोगों को आकर्षित करेगा। रावण की प्रतिकृति भव्य बनेगी। रावण के दोनों आंखों से अंगारे निकलेंगे। कानों से रंगीन धुआं निकलेगी। नाभि से अमृत जैसे जल की वर्षा होगी। रावण का सिर घूमता नजर आएगा। जो दर्शकों को मोहित करेगा।
अंत में पटाखे की आवाज भी सुनाई पड़ेगी। रावण के पुतला का चेहरा स्पेशल डाई मशीन से बनाए गया है। 55 फिट की रावण का पोशाक में राजसी ठाठ-बाट झलकेगा। पैरों में नगाड़े,कमर पर तलवार की म्यान होगी। छाती पर चमकदार कवच आकर्षण का केंद्र होगा।
रावण दहन कार्यक्रम को यादगार बनाने को लेकर इस बार आगरा के कारीगरों द्वारा पुतलों को तैयार किया गया है। आयोजन को सफल बनाने में जयनगर दुर्गा पूजा कमिटी के अध्यक्ष संतोष सिंह,सदस्य छोटू सिंह,मानिभूषण सिंह,बंटी सिंह,सुमन सिंह,रमन सिंह,कौशल सिंह,कौशिक सिंह,राजा सिंह आदि का सहयोग रहेगा।
