तुलसी पौधा नहीं है,जीवनदायनी है- सैनाचार्य

Rakesh Gupta
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भक्ति पीठ में हुआ तुलसी विवाह
(हरिप्रसाद शर्मा) पुष्कर/अजमेर :अखिल भारतीय सैन भक्ति पीठ में प्रबोधनी एकादशी पर सांयकाल तुलसी विवाह के कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।


भक्ति पीठ के संस्थापक सैनाचार्य स्वामी अचलानन्दाचार्य ने कहा कि तुलसी पौधा नहीं है,जीवनदायनी है। उन्होंने श्रोताओं को कहा कि तुलसी से कई प्रकार के रोग से मुक्ति मिलती हैं । हिन्दू धर्म में तुलसी का उपयोग श्रेष्ठतम माना गया है ।तुलसी विवाह में बरात संन्यास आश्रम से सेन भक्ति पीठ आई ।जहां पर वधू पक्ष के आशा राम,श्रीमती दुर्गा बाई ने सैनाचार्य के सान्निध्य में अगवानी की।

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कार्यक्रम में जोधपुर महारानी हेमलता, प्रवक्ता हरिप्रसाद पाराशर,रघुवीर सिंह भदावत, शिवम् रत्नु, रवि,गौपाल चौधरी,छोटू सिंह,समाजसेवी सुरेश बुगालिया,मोती भाई ,श्याम बाबू ,रमेश तिवारी ,बाबू सेन , चक्रपाणि,लोकेंद्र थालौड़,विक्रम सिंह ,कालू सेन ,गिरधारी, बाबू , श्रीमती कंचन सेन,पन्नालाल सेन चावण्डिया बालकृष्णन सोयात, श्रीमती रेडी बाई सोयत, संपादक सैनाचार्य वाहिनी ओमप्रकाश वर्मा, पत्रकार जसवंत सिंह खाबरा, फूलचंद वर्मा, संतोष गहलोत, विजय भाटिया, अतुल गौ, धर्मेंद्र परमार, आदि उपस्थित रहे ।

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