पुष्कर के मेला स्टेडियम में राष्ट्रीय जाट शताब्दी सम्मेलन ,देश भर से आये लोग जाट समाज को एकजुट एवं कुरुतियों को दूर करने का किया आह्वान

Rakesh Gupta
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(हरिप्रसाद शर्मा) पुष्कर. अजमेर. पुष्कर के मेला स्टेडियम में राष्ट्रीय जाट शताब्दी सम्मेलन रविवार को आयोजित किया। जाटों के इस महाकुंभ में देशभर से हजारों की संख्या में समाजबंधुओं के भाग लिया । सम्मेलन समिति के भंवरलाल आर्य ने बताया कि पूर्व में वर्ष 1925 में पुष्कर के मेला मैदान में इस सम्मेलन आयोजित किया गया था। वापस अब 2025 में 100 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया । सम्मेलन में सुबह 10 बजे से लोगो का पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया ।

सम्मेलन शाम 5 बजे तक चला । सम्मेलन में देशभर से आए जाट नेताओं ने संबोधित करते हुए जाट समाज को एकजुट होने तथा समाज में फैली कुरुतियों को दूर करने का आह्वान किया गया । सम्मेलन में आये वक्ताओं की संबोधित करने के लिए समय सीमा तय की गई थी। जबकि राष्ट्रीय जाट महासभा के राष्ट्रीय महासचिव युद्धवीरसिंह द्वारा तय सीमा से अधिक समय तक संबोधित करने के दौरान उनको बीच में ही दो बार रोकने पर माहौल गर्माया गया । इस बीच युद्धवीर सिंह के समर्थक मंच पर चढ़कर विरोध करने लग गए ।मामला बढ़ता देख पुलिस तुरंत मौके पर पहुंच गई ।समाज के गणमान्य लोगों ने समझा बुझाकर मामला शांत किया । बाद में युद्धवीरसिंह का संबोधन जारी रहा ।

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इस दौरान युद्धवीर सिंह ने जाट समाज के कई जनप्रतिनिधियों को जमकर आड़े हाथ लिया तो वही जाट समाज के नाम पर बना रहे विभिन्न संगठन बनाने वालों को खरी खोटी सुनाई ।उन्होंने कहा कि संगठन एक होना चाहिए और जाट समाज एकजुट होगा ।तभी आगे बढ़ेगा लेकिन आजकल लोग समाज के नाम पर विभिन्न संगठन बनाकर समाज के तो टुकड़े कर रहे हैं । यही नहीं अपनी दुकानें चला रहे हैं ।

दावा किया गया था कि सम्मेलन पूर्ण रूप से अराजनैतिक होगा ,लेकिन कुछ वक्ताओं ने इसे राजनीतिक रूप दे दिया ।इसमें देशभर से समाज के विभिन्न राजनैतिक दलों से जुड़े जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों, बुजुर्गो, युवाओं व मातृशक्ति सहित समाज के प्रत्येक व्यक्ति शामिल हुए। सम्मेलन में मुख्य रूप से 100 वर्षो में समाज ने हर क्षेत्र में जो उपलब्धियां हांसिल की ।उनका सम्मान व धन्यवाद ज्ञापित किया गया । सम्मेलन के जरिये समाज के कैसे एकजुट रहे, क्या सुधार हो, पुरानी परंपराओं को बचाने के लिए प्रयास किऐ गए।

सम्मेलन में 10 विशेष प्रस्तावों पर चर्चा की गई। सम्मेलन के लिए एक दिन पूर्व जाट विश्राम स्थली में आयोजित समिति की बैठक में देशभर से करीब 500 मुख्य वक्ताओं ने 10 विशेष प्रस्ताव तैयार किऐ है जो सम्मेलन में समाजबंधुओं के समक्ष रखकर पारित किये गए। इनमें आर्थिक रूप से कमजोर समाज के विद्यार्थी जो आगे पढऩा है।

उसके लिए जाट चेम्बर ऑफ कॉमर्स का गठन किया जायेगा। यह कमेटी जांच कर जरूरतमंद विद्यार्थी को फंड उपलब्ध करायेगी। तथा विदेश तक वह पढ़ सके इसके लिए भी फंड उपलब्ध कराया जायेगा। इसके अलावा कृषि क्षेत्र में किसानों के लिए एक कमेटी का गठन कर कृषि पर अनुसंधान कर कैसे कृषि को लाभदायक बनाये ,इस पर चर्चा हुई। साथ ही समाज की धर्मशालाओं व हॉस्टल के सदुपयोग के लिए भी एक कमेटी का गठन किया गया।

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