छपरा सदर। छपरा जिला के विधानसभा चुनाव में रोचक मामला यह रहा कि यहां पर चाचा और भतीजा, जो बहुत ही पुराने राजनीति के मजे खिलाड़ियों में उनका परिवार आता है। सारण जिले के दो विधानसभा क्षेत्र मांझी एवं बनियापुर से जमे हुए थे। मांझी विधानसभा क्षेत्र से छपरा के पूर्व विधायक रणधीर कुमार सिंह राजद छोड़ जनता दल यूनाइटेड के टिकट से तिर छाप से लड़ रहे थे ।
वहीं बनियापुर के चार बार के विजेता विधायक रणधीर सिंह के चाचा केदारनाथ सिंह राजद को छोड़ भाजपा से अपनी किस्मत आजमा रहे थे । दोनों चाचा भतीजा का किस्मत साथ दिया सारे ग्रह गोचर उनके अनुकूल निकले तथा मांझी में तीर चला तो बनियापुर में कमल खिला।
मांझी विधानसभा क्षेत्र के निवर्तमान विधायक का फेसबुक पर बड़बोलापन एक विशेष जाति के लोगों को रास नहीं आया और उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार जो या तो जीत का दावा करते थे या उनके मत को काटने के बदौलत रणधीर सिंह हार जाते, लेकिन फेसबुक पर बड़बोलापन के चलते उसे निर्दलीय प्रत्याशी को एक जाति विशेष के मतदाताओं ने नकार दिया, परिणाम हुआ रणधीर सिंह का तीर जबरदस्त चल गया । वहीं उनके चाचा ने भी बनियापुर में कमल को खिला दिया तथा राजद की उम्मीदवार चांदनी देवी बनियापुर से केदारनाथ सिंह से हार गई।
