छपरा। पिछले कुछ दिनों से अधिकारियों या चर्चित व्यक्तियों का फर्जी फेसबुक प्रोफाइल – अन्य सोशल मीडिया हैंडल्स पर फेक आईडी बनाकर पैसा ऐंठने का काम जोरों पर चल रहा है। फेसबुक पर फेक (नकली) आईडी बनाकर आमतौर पर पहले नये फ्रेण्ड्स बनाये जाते हैं और फिर पैसों की मांग की जाती है। खासकर महत्वपूर्ण लोगों के नाम पर इस तरह की जालसाजी की जाती है। विगत दिनों पता चला है मेरे नाम और फोटो का भी दुष्प्रयोग करते हुए फेक फेसबुक आईडी बनाकर लोगों से पुराने फर्नीचर खरीदने के नाम पर पैसा इत्यादि मांगा जा रहा है। इससे अत्यंत सावधान रहने की जरुरत है। यह जानकारी सारण , छपरा जिले के वरीय पुलिस अधीक्षक डॉ. कुमार आशिष ने दिया।
उन्होंने ऐसे फ्रॉड से बचने के लिए आवश्यक सलाह दिया कि सभी अपने फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया अकाउंट में फ्रेंड लिस्ट, फोटो-विडियो और बायो डाटा को प्राइवेट रखें। ऐसा करने से अनजान व्यक्ति आपकी प्रोफ़ाइल देख कर उससे मिलती-जुलती फेक प्रोफ़ाइल नहीं बना पाएगा। एसएसपी डॉ. कुमार आशिष ने सलाह दिया कि
किसी भी नए फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार करने से पहले, भेजने वाले की प्रोफ़ाइल को अच्छी तरह जांच लें। यदि व्यक्ति कोई चर्चित चेहरा है तो बहुत संभव है की उसकी फोटो विडियो को लगाकर कोई जालसाज़ फेक प्रोफाइल बना कर आपसे ठगी की कोशिश कर रहा है, हमेशा ये याद रखें की चर्चित व्यक्ति के पास इतना समय नहीं है की वो नया प्रोफाइल बनाये, अपने हजारों फ्रेंड और फोलोवेर्स में चुन कर आपको फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजे, मोबाइल नम्बर मांग कर छद्म तरीके से आपसे बात करे और उसमें किसी सीआरपीएफ़- आर्मी के दोस्त का जिक्र करके उसके पुराने फर्नीचर अपनी गारंटी पर आपको बेचे, ये सोचना भी हास्यास्पद होगा, फिर भी कई काबिल लोग बेवकूफ बन ही जाते हैं , अक्सर ऐसी वारदातें सामने आती है। पुन: अगर प्रोफ़ाइल नई बनी हुई है या उसपर ज्यादा एक्टिविटी नहीं है, तो शायद वह फेक (जाली) है।
अगर प्रोफ़ाइल से मोबाइल नम्बर या पैसे मांगने वाले मेसेज आ रहे हैं, तो निश्चय ही वह फेक है। डायरेक्ट उस व्यक्ति के नम्बर से कॉल ना होकर विभिन्न मेसेन्जर्स से फोन आ सकते हैं। यह फेक आईडी का सबसे बड़ा प्रमाण है। उन्होंने सलाह दिया कि सबसे आसान उपाय है कि पैसा मांगने वाले को फोन से वीडियो कॉल करने को कहिए, वीडियो कॉल से सच्चाई का पता चल जायेगा। आप आवाज इत्यादि भी पहचान सकते हैं। बिना पूरी तहकीकात के किसी को भी एक पैसा न दें। फेसबुक पर फोन नम्बर माँगना, किसी प्रकार-चीज के खरीद-फरोख्त की बात करना या पैसे का रिक्वेस्ट आने का मतलब है कि कोई आपके भोलेपन का नाजायज फायदा उठाकर आपको ठगना चाह रहा है।इससे बचें। सावधानी ही बचाव है।
उन्होंने कहा कि कोई भी चर्चित अधिकारी या व्यक्ति आपसे फेसबुक या किसी अन्य जरिये से किसी से न कोई फोन नम्बर माँगता है, न फर्नीचर इत्यादि बेचने या दिलवाने की बात करेगा, और ना ही ऐसे किसी प्रकार से रूपये के लेन-देन की बात करेगा। बिना उनके आधिकारिक नम्बर पर बात के या वीडियो कॉल के किसी पर विश्वास मत कीजिए। जागरूकता और सावधानी रहना बहुत जरुरी है, हमें विश्वास है, इस सुझाव से आपकी सतर्कता बढ़ेगी और आप सही समय पर सही फैसला ले सकेंगे।
साथ ही अपील भी है की मेरे पहचान या फ्रेंड लिस्ट के जितने लोग ऐसे किन्ही फेक प्रोफाइल्स- एकाउण्ट्स में फर्जी फ्रेंड्स लिस्ट में भूलवश ज्वाइन कर लिये हैं, वो सभी तुरंत ऐसे एकाउंट्स को फेसबुक या सम्बंधित सोशल मीडिया एडमिन को रिपोर्ट करवाएं, स्वयं अनफ्रेंड और ब्लाक करें और अन्य लोगों को भी सतर्क कर दें ताकि कोई इस ठगी के दलदल में ना फंसे। उन्होंने कहा कि हमारी विशेष टीम इनपर कार्रवाई कर रही है, जल्द ही ऐसे सभी लोग सलाखों के पीछे होंगे।
