अररिया: ग्रामीण योजनाओं में जमकर हो रही है धांधली,बिना काम के ही निकाल लिए पैसे

Rakesh Gupta

 

बिहार न्यूज़ लाइव अंकित सिंह/अररिया। सबसे ज्यादा घोटाले ग्राम पंचायत स्तर की योजनाओं में होती है। कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है। यहां कई योजनाओं के नाम पर लाखों रुपये निकाल लिए गए लेकिन काम तक शुरु नहीं हुआ है। हमारे भरगामा में घोटाला और घोटालेबाजों की कमी नहीं है,अगर ढूंढने निकलेंगे तो ऐसे-ऐसे घोटालेबाजों की फौज मिल जाएगी,जिन्होंने करोड़ों अरबों रुपये आम जनता के ढकार के बैठे हों।

 

लेकिन कई घोटाले ऐसे भी हुए,जिनका पर्दाफाश हुआ। लेकिन ये घोटाले अक्सर बड़े-बड़़े होते हैं,जो सबके सामने आ जाते हैं,और कुछ हद तक कार्रवाई भी होती है। लेकिन ग्रामीण स्तर पर जो घोटाले होते हैं,उसपर ना तो नेताओं की नजर पड़ती है,ना ही कार्रवाई होती है।

ग्राम पंचायत में हो रहा है घोटाला

भरगामा प्रखंड अंतर्गत बीरनगर पश्चिम पंचायत में 15वें वित्त आयोग के क्रियान्वयन में भारी अनियमितता बरती गई है। ऐसी अनियमितता की एक दो नहीं बल्कि लंबी फेहरिस्त है। योजनाओं का चयन फर्जी ग्राम सभा से किया गया है। योजनाओं का क्रियान्वयन में भी लापरवाही सर चढ़कर बोल रहा है। योजनाओं को प्रारंभ भी नहीं किया जा रहा है और राशि की निकासी धड़ल्ले से की जा रही है।

शिकायत के बावजूद नहीं हो रही है जांच

मुखिया के द्वारा जमकर धांधली की जा रही है। लेकिन बड़ी बात यह भी है इन सब बातों की शिकायत किए जाने पर जांच के नाम पर केवल खानापूर्ति की जा रही है। इस पंचायत में सड़क पर मिट्टी भराई के नाम कई लाख रुपये की निकासी कर ली गई है लेकिन पंचायत का एक भी सड़क पर मिट्टी भराई का कार्य नही किया गया और ना ही सड़क को दुरुस्त किया गया है।

बीनगर पश्चिम पंचायत में क्रमश:1.कुदुस के घर से लेकर आरजू के घर होते हुए मनरेगा भवन तक 2.वार्ड नंबर 12 में बहाव के घर से लेकर जीबीसी नहर तक 3.हासीम के घर से लेकर खुर्शीद के बांस तक 4.लाल मोहम्मद के घर से लेकर भीसी तक 5.कब्रिस्तान वाली सड़क से शाहिद के घर तक 6.शहाबुद्दीन के घर से लेकर कारी अनिश के घर होते हुए कदवाहा तक सड़क पर मिट्टी भराई कार्य करना था,लेकिन कार्य अब तक प्रारंभ भी नहीं हो पाया लेकिन योजना की राशि कब का निकासी हो गया है।

जांच के नाम पर होती है महज खानापूर्ति

इन सभी योजनाओं का जिक्र ग्राम सभा की पंजी में नहीं है। बावजूद राशि की निकासी कर ली गई है। योजनाओं में गड़बड़ी को लेकर विभिन्न संगठनों और स्थानीय लोगों ने भी जिला पदाधिकारी को जानकारी देते हुए कार्रवाई करने का अनुरोध किया है। लेकिन मामले पर जांच के नाम पर खानापूर्ति किया गया है ऐसा ग्रामीणों का मानना है।

क्या कहते हैं अधिकारी

पत्रकारों के माध्यम से मामला संज्ञान में आया है इसकी जांच करने के लिए जिला पदाधिकारी को भेजा गया है।

गोरखनाथ,प्रमंडलीय आयुक्त,पूर्णिया।

 

 

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