समस्तीपुर: खानपुर थानाध्यक्ष विपिन कुमार ने गुप्त सूचना पर संध्या गस्ती दल के पुलिस पदाधिकारी मनोज कुमार सिंह के साथ 9 कार्टून 92 बोतल विदेशी शराब खानपुर गाँव से किया बरामद।
पुलिस की गाड़ी देख अंधेर का फायदा उठाकर भागने में सफल रहा शराब कारोबारी।
बिहार न्यूज़ लाइव अर्जुन कुमार झा/समस्तीपुर/खानपुर/बिहार में पूरी तरह से शराबबंदी कानून लागू है।इसके बावजूद आए दिन शराबबंदी का मजाक बनाया जा रहा है।हर दिन भारी मात्रा में शराब बरामदगी के साथ-साथ शराब के नशे में हंगामा करते लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है।फिर भी शराब कारोबारी व पियक्कड़ मानने को तैयार नही है।
ताजा मामला खानपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत खानपुर गाँव वार्ड-संख्या-10 से जहाँ भारी मात्रा में शराब बरामद किया गया है।वही छापामारी के दौरान अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में दो शराब कारोबारी सफल रहा।जिसे थानाध्यक्ष विपिन कुमार ने अपनी ततपरता दिखाते हुये शराब तस्कर को चिन्हित करने के लिये महाल चौकीदार सूरज पासवान को मौके पर बुलाकर अंधेरे का फायदा उठाकर भागे दो शराब कारोबारी का नाम पता पूछा गया।चौकीदार सूरज पासवान ने दोनों शराब कारोबारी का नाम बताया।जिसमें (1)अर्जुन कुमार महतो-पिता-बौए लाल महतो (2)मुकेश कुमार महतो-पिता-देव नारायण महतो दोनों ग्राम-खानपुर-थाना-खानपुर बताया।थानाध्यक्ष विपिन कुमार ने छापेमारी के क्रम में मौके से फरार दोनों शराब कारोबारी के विरूद्व थाना कांड संख्या-356/22-धारा-30(a) मद्य निषेद्य 2018 संसोधित अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज किया गया है।बता दें कि थाना क्षेत्र के खानपुर गाँव के वार्ड-10 में घर के पीछे शराब छुपा कर रखने की जानकारी देते हुए थानाध्यक्ष विपिन कुमार ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी खानपुर गाँव में बड़े लंबे समय से अवैध तरीके से शराब का कारोबार किया जा रहा है।
जिसके बाद में रविवार को शाम में गस्ती दल के अलावे एक छापेमारी दल का गठन किया और खानपुर गाँव के वार्ड-10 में छापेमारी की गई।इस दौरान घर के पास के झाड़ियों में 9 कार्टून 92 बोतल रखी गई शराब को बरामद किया गया है।वही थानाध्यक्ष ने बताया की छापामारी के क्रम में अंधेरे का फायदा उठाकर भागे दोनों शराब तस्करों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जायेगा।अब चौकाने वाली सवाल यह उठता है कि बिहार में शराबबंदी है।आखिर बिहार में शराब आती कहा से है।और शराबबंदी के बावजूद बिहार में शराब पकड़ी जा रही है।बनाई जा रही है और लोग इसका सेवन भी कर रहे हैं।विदेशी शराब हो या देसी शराब।जो नकली देशी व विदेशी शराब जहरीली होते है।जिसे पीने से दर्जनों लोगों की जान भी जा रही है।
आखिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दृढ़ निश्चय व तमाम सरकारी प्रयासों के बावजूद राज्य में शराबबंदी क्यों विफल होती दिख रही है।बता दें कि बिहार में शराबबंदी कानून लागू है। राज्य भर में शराब पीना,पिलाना, बेचना व रखना जुर्म के दायरे में आता है।हालांकि कोई दिन ऐसा नहीं बीतता होगा जिस दिन कानून का उल्लंघन ना होता हो।वही बताते चले कि थानाध्यक्ष विपिन कुमार ने बताया कि शराब बंदी को सफल बनाने के लिये खानपुर थाना क्षेत्र में किसी भी हालत में शराब कारोबारी को पनपने नहीं दिया जायेगा।जिसको लेकर थाना क्षेत्र में दिन रात दल बल के साथ पुलिस पदाधिकारियों के द्वारा छापामारी की जा रही है।
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