बिहार न्यूज़ लाइव /अररिया डेस्क: वरीय संवाददाता अंकित सिंह/भरगामा। आजादी के बाद भरगामा के लोगों का रेल से यातायात का सपना साकार होता दिखने लगा है। क्योंकि अररिया-सुपौल भाया भरगामा,रानीगंज नई रेल लाइन के लिए भरगामा प्रखंड क्षेत्र में चिन्हित जमीन का अधिकारियों द्वारा खेसरा सत्यापन का काम शुरू हो चुकी है। जानकारों के अनुसार अररिया-सुपौल नई रेल लाइन भरगामा प्रखंड क्षेत्र के छह मौजा होकर गुजरेगी। जिसमें खुटाहा मौजा,खजुरी मौजा,सोकेला,भरगामा एवं मानुलहपट्टी मौजा आदि शामिल है।
बताया जाता है कि इन मौजा में चिन्हित जमीन का खेसरा सत्यापन के लिए जिला प्रशासन के अधिकारियों की गठित संयुक्त टीम बनाई गई है। इस संबंध में संयुक्त टीम के सदस्य सह भरगामा के अंचलाधिकारी मनोज कुमार ने बताया मानुलहपट्टी मौजा,सोकेला मौजा,भरगामा आदि के मौजा की चिन्हित जमीन का अपर समाहर्ता राजमोहन चौधरी,फारविसगंज के एसडीओ सुरेंद्र कुमार अलवेला,जिला भूअर्जन पदाधिकारी वसीम अहमद आदि के द्वारा खेसरा का सत्यापन किया गया।
उन्होनें बताया भरगामा के छह मौजा तथा रानीगंज के 11 मौजा होकर अररिया-सुपौल नई रेल लाइन गुजरेगी। इस दौरान अधिग्रहण की गई जमीन कितनी कृषि योग्य है। कितना आवासीय है इन सब बिन्दुओं की भी जांच की गई। इधर बताया जा रहा है कि इसके बाद जल्द ही रेलवे की ओर से काम शुरू किये जाने की संभावना जताई जा रही है।
सुगम यात्रा की जगी आस
अररिया-सुपौल नई रेल लाइन के लिए जमीन का खेसरा सत्यापन की प्रक्रिया शुरू होने से भरगामा एवं रानीगंज के लोगों में सुगम यात्रा की आस जग गई है। इस रेल लाईन के बिछ जाने से अररिया जिला के रानीगंज एवं भरगामा प्रखंड के लोगों का सुपौल जिला मुख्यालय तथा सुपौल जिला के त्रिवेणीगंज,जदिया,पिपरा आदि क्षेत्रों के लोगों का अररिया,भरगामा आदि क्षेत्र आने के लिए आवागमन सुगम हो जाएगा। इतना ही नही सामरीक दृष्टिकोण से भी यह रेल लाइन काफी महत्वपूर्ण साबित होगा। क्योंकि इसके बनने से उत्तर बिहार के आधा दर्जन जिलों को भी सीधा लाभ होगा। कम समय में लोग गंतव्य स्थानों पर सफर कर सकेगें। लंबी दूरी की भी ट्रेने चलने लगेंगी। जिससे लोग आसानी से रेल द्वारा सफर कर पाएगें।
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