बिहार न्यूज़ लाइव /मुंगेर से निरंजन कुमार की रिपोर्ट
आपदा के समय पदाधिकारियों द्वारा पीड़ित को यह आश्वासन दी जाती है कि आपको सरकारी सुविधा जल्द से जल्द प्राप्त होगी लेकिन हकीकत यह है कि पीड़ित को आपदा राशि पाने के लिए महीनों- महीनों ऑफिस का चक्कर लगाना पड़ता है ऐसा ही हुआ दिलीप के साथ!
सोमवार को सदर ब्लॉक स्थित जिला विधिक सेवा प्राधिकार की ओर से संचालित लीगल एड क्लिनिक में दिलीप ने यह जानकारी दिया. हालांकि पीएलवी पीड़ित के साथ कार्यालय गए लेकिन बड़ा बाबू के नहीं मिलने के कारण पीड़ित को मदद नहीं प्रदान करा सका. बरियारपुर थाना क्षेत्र के रतनपुर काजीचक निवासी दिलीप यादव बताते हैं कि विगत अक्टूबर माह में उसकी 15 वर्षीय पुत्री प्रियांशु कुमारी की मौत सीता कुंड डीह स्थित नदी में डूबने से हो गई थी. यह कहां की 15 वर्षीय प्रियांशु अपने मौसी के शादी में गई थी लेकिन होनी को कुछ और मंजूर था प्रियांशु मौसी की शादी नहीं देख सकी बल्कि नदी में डूबने से उसकी मौत हो गई परिवार में इस प्रकार की आपदा होने के कारण पदाधिकारियों द्वारा दिलीप को आश्वासन दिया गया कि उनको आपदा राशि दी जाएगी लेकिन आज तक राशि की प्राप्ति नहीं हो सकी.
आने-जाने में भाड़ा के रूप में हजार रुपया खर्च जरूर हो गया दिलीप बताते हैं कि वह 16 नवंबर 22 को अंचलधिकारी कार्यालय में आवेदन दिया लेकिन वह जब ऑफिस आते हैं तो वह निराश हो घर लौट जाते हैं इसी प्रकार सोमवार को भी दिलीप ऑफिस आए और बड़ा बाबू आशीष प्रसाद के नहीं रहने के कारण निराश घर लौट रहे थे उसी दौरान लीगल क्लीनिक में आकर उन्होंने आपबीती बताई पीएलवी निरंजन कुमार एवं साहिन सुलताना द्वारा द्वारा उन्हें मदद की कोशिश की गई लेकिन वहां बड़ा बाबू किसी कारण उपस्थित नहीं मिले.