बिहार न्यूज़ लाइव /BSSC परीक्षा बना नीतीश सरकार के लिए मुसीबत. जी हां सरकार ने आठ वर्षों के बाद जब यह परीक्षा आयोजित की थी किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि इस परीक्षा को लेकर इतना घमासान मचेगा. सबसे पहले तो पहली पाली का प्रश्न पत्र लीक होना साबित हुआ. सरकार ने आनन फानन में पहली पाली की परीक्षा रद्द की. इसके बाद छात्रों ने पूरी परीक्षा रद्द करने के लिए विरोध प्रदर्शन किया लेकिन सरकार के द्वारा छात्रों पर लाठीचार्ज हुआ जिससे सरकार की काफी किरकिरी हुई. इसके बाद अब तीसरे पाली का पेपर लीक होने का मामला सामने आया है.
आपको बता दें कि बिहार स्टाफ सेलेक्शन कमिशन के तीसरे पाली का Question पेपर लीक हुआ था… वो भी परीक्षा खत्म होने से महज 1 मिनट पहले. इस बात के सबूत आर्थिक अपराध इकाई की जांच में मिले हैं…. जिसके बाद EOU की टीम ने अलग-अलग जगहों पर छापेमारी की. सूत्रों के अनुसार इस मामले में दो लोगों को EOU की टीम ने अपने कब्जे में ले लिया है. पकड़े जाने के बाद इन्हें पटना लाया गया है…और अब इनसे पूछताछ होगी क्योंकि, तीसरे चरण की परीक्षा का Question पेपर लीक होने के मामले में कई सवाल हैं, जिसका जवाब जांच एजेंसी जानना चाहती है.
वैसे आपको यह जानकार आश्चर्य होगा कि तीसरे पाली का क्वेश्चन पेपर पटना में दानापुर स्थित BS कॉलेज से लीक हुआ है. बता दें कि सही तरीके से परीक्षा कराने के लिए इस बार BSSC ने क्वेश्चन पेपर पर एक अलग तरह की कोडिंग की थी. इस बात को परीक्षा देने वाला कैंडिडेट सही तरीके से भांप नहीं पाया. तीसरे पाली की परीक्षा 24 दिसंबर को सुबह 10:15 में शुरू हुई थी और दोपहर 12:15 बजे खत्म होने वाली थी… मगर, BS कॉलेज में परीक्षा दे रहे एक कैंडिडेट ने उस दिन 12:14 मिनट पर ही क्वेश्चन पेपर का फोटो खींच कर अपने एक दोस्त को भेज दिया था. सूत्रों के अनुसार समय नहीं था, इस कारण सवाल का जवाब दोस्त ने वापस कैंडिडेट को भेजा ही नहीं.
लेकिन, उसी दिन शाम 4 बजे वही क्वेश्चन पर सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर वायरल हो गया था. वायरल पेपर के कोडिंग की जांच करने के बाद ही सेंटर, क्लास रूम और फिर कैंडिडेट का पता चल गया. सूत्रों के अनुसार तीसरे पाली के क्वेश्चन पेपर को लीक किए जाने के मामले में BSSC अलग से एक कंप्लेन EOU को देगी. जिसके आधार पर पेपर लीक मामले में दूसरी FIR दर्ज होगी. वैसे इस मामले में जिन लोगों को पूछताछ के लिए EOU ने अपने कब्जे में लिया है, अभी उनकी पहचान को उजागर नहीं किया गया है. इस तरह BSSC पेपर लीक कांड में एक नया अध्याय जुड़ गया है. अब देखना यह है कि मामले में सरकार आगे क्या कार्रवाई करती है.