बिहार न्यूज़ लाइव /समाजवादी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव का 75 साल की उम्र में निधन हो गया. शरद यादव को इमरजेंसी की स्थिति में गुरुग्राम के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उनका पल्स काम नहीं कर रहा था. 12 जनवरी को रात करीब साढ़े 10 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली. शरद यादव के निधन पर राजनीति से जुड़े कई लोगों ने शोक जताया है. आपको बता दें कि PM मोदी ने संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि शरद यादव जी के निधन से दुख हुआ. PM ने कहा कि सालों के अपने सार्वजनिक जीवन में, उन्होंने खुद पर सांसद और मंत्री पद को हावी नहीं होने दिया. वे डॉ लोहिया के आदर्शों से प्रेरित थे. उन्होंने कहा कि हमारे बीच बातचीत को मैं हमेशा याद रखूंगा. वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शरद यादव के आकस्मिक निधन पर अपने शोक संदेश मे कहा कि यह उनके लिए व्यक्तिगत क्षति है. उन्होंने कहा कि शरद यादव से उनका जुड़ाव काफी पहले से रहा था. नीतीश ने कहा कि वह देश में समाजवादी सोच के अग्रणी नेताओं में शुमार थे. उन्होंने कहा कि उनका निधन देश की राजनीति के लिए एक अपूरणीय क्षति है. वहीं उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने शरद यादव के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि उनके निधन से हम सभी मर्माहत हैं. तेजस्वी ने कहा कि शरद यादव समाजवादी विचारधारा के अग्रणी नेताओं में थे. तेजस्वी ने कहा कि हाल ही में उन्होंने हमें कहा भी था कि अपनी लड़ाई पूरी मजबूती के साथ लड़ो.
वहीं इस पर लालू प्रसाद यादव ने कहा कि वह बड़े भाई थे. शरद यादव के प्रयासों से बिहार की सत्ता के शीर्ष पर पहुंचे लालू प्रसाद राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने उन्हें महान समाजवादी नेता बताते हुए कहा कि वे हमारे बड़े भाई थे. उन्होंने कहा कि उनके निधन की खबर से मैं विचलित हूं और इससे काफी आघात लगा है. सिंगापुर के अस्पताल में अपना इलाज करा रहे लालू ने अपना शोक संदेश वीडियो के माध्यम से भेजा. उन्होंने कहा कि शरद महान समाजवादी और स्पष्टवादी नेता थे. लालू यादव ने कहा कि मैं, शरद यादव, मुलायम सिंह यादव, नीतीश कुमार और दूसरे नेता डा. राम मनोहर लोहिया और कर्पूरी ठाकुर के सान्निध्य मिल कर राजनीति करते आ रहे हैं.
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