जयपुर: चाल, चरित्र के साथ आचार -विचार को जनता के इर्द गिर्द रखकर सोचना चाहिए- मुर्मू ..

Rakesh Gupta
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*मैं या मेरा सोचने से मेरा, समाज की और राज्य की उन्नति नहीं होगी
*वर्तमान की जरूरत के हिसाब से नींव बनाने का दायित्व जनता ने जनप्रतिनिधि को
*राजस्थान विधानसभा की कार्रवाई सोमवार तक के लिए स्थगित

बिहार न्यूज़ लाइव जयपुर डेस्क:  जयपुर/(हरिप्रसाद शर्मा) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राजस्थान के विधायकों को सीख देते हुए कहा कि मैं सभी जनप्रतिनिधियों को गुजारिश करना चाहती हूं चाल, चरित्र के साथ आचार विचार को जनता के इर्द गिर्द रखकर सोचना चाहिए।

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केवल मैं और मेरा छोड़कर हमारा होना चाहिए। मैं या मेरा सोचने से मेरा, समाज की और राज्य की उन्नति नहीं होगी। इसलिए जनता और राज्य के लिए सोचना चाहिए। मेरा देश, मेरी जनता, मेरे लोग होना चाहिए। मुझे लगता है आप सब समझदार हैं। इसीलिए जनता आपको बार बार चुनकर भेजती है। वर्तमान की जरूरत के हिसाब से नींव बनाने का दायित्व जनता ने जनप्रतिनिधि को दिया है। आप इसे बना सकते हैं। आपके हाथ में हर चीज है। आगे चलकर एक्स वाई जेड ने नहीं किया। लेकिन खुद को पूछना चाहिए कि मैंने क्या किया। जनता ने मुझे दायित्व दिया, हमने मिलकर संगठित रूप में क्या किया।

राजस्थान विधानसभा का मानसून सत्र शुक्रवार से शुरू हुआ है। 15वीं विधानसभा के 8वें और अंतिम सत्र में पहली बार राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू संदन को संबोधित किया । मानसून सत्र के हंगामेदार होने के आसार हैं, क्योंकि इसी साल प्रदेश में चुनाव होने हैं, ऐसे भाजपा कई मुद्दों पर कांग्रेस सरकार को घेरने का प्रयास भी करेगी।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्म राजस्थान विधानसभा पहुँचने पर राज्यपाल कलराज मिश्र, विधानसभा अध्यक्ष डॉ सीपी जोशी, संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल और नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने गुलदस्ते भेंट कर उनका स्वागत किया।

राष्ट्रपति द्रौपती मुर्मू ने अपने कहा कि राजस्थान री धोरां री धरती रां निवासियों को शुभकामनाएं। कुछ बोलने से पहले इस विधानसभा की पावन धरती को मैं नमन करती हूं। 1952 में राजस्थान विधानसभा का गठन हुआ, तब से 71 वर्ष का गौरवशाली इतिहास रचा गया। राज्यपाल, विधानसभा अध्यक्ष, मुख्यमंत्री और सभी को हार्दिक शुभकामनाएं देती हूं। पूर्व राज्यपालों, मुख्यमंत्रियों, विधानसभा अध्यक्षों, विधायकों को भी धन्यवाद देती हूं।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संबोधन से पहले विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी संदन को संबोधित करते राष्ट्रपति मुर्मू का आभार जताया।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा- राजस्थान का नाम सुनकर मेरे दिल में ये भावना आती है कि आज यहां राजाओं का राज नहीं लोकतंत्र है। 7 करोड़ से ज्यादा जनता और 200 विधायक हैं। इतना भरोसा आप पर जनता करती है। मुझे लगता है कि भरोसा कायम होना चाहिए। राजस्थान के लोगों की मैं भविष्य की मंगलकामनाएं करती हूं।

 

राजस्थान के विकास के लिए निरंतर कार्य करेंगे और संसदीय गरिमा को आप बढ़ाते रहेंगे इसी विश्वास के साथ मैं अपनी वाणी को विराम देती हूं।

 

जय हिन्द, जय राजस्थान
राजस्थान विधानसभा की कार्रवाई सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई है। अब सोमवार को विधानसभा का मानसून सत्र सुबह 11 बजे शुरू होगा। प्रदेश में होने वाले चुनाव को देखते हुए इस सत्र की शुरुआत हंगामेदार हो सकती है।

 

 

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