मेला को लेकर चारोओर हर्ष उल्लास का माहौल, केसरियामय हुआ अजगैवीनगरी
बिहार न्यूज़ लाइव सुल्तानगंज डेस्क: सुल्तानगंज:: मोहित कुमार की रिपोर्ट /सुल्तानगंज से लेकर देवघर तक सजने वाले विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला का मनोरम दृश्य लगातार देखने को मिल रहा है। एक से बढ़कर एक काँवर से लेकर बाबा के भक्तों को देखकर भी लोग भाव विभोर हो रहे हैं।
श्रावणी मेला में देश- विदेश से आने वाले लाखों शिवभक्त श्रद्धालुओं के कांवरों की घुंघरुओं से निकलने वाली कर्णप्रिय ध्वनियों और बोल- बम के नारों की गूंज लगातार कांवरिया पथ पर सुनाई दे रहा है।वही सावन की दूसरी सोमवारी को लेकर रविवार रात से ही शिव भक्तों की भीड़ उमड़ती रही। आने जाने वाले ट्रेन से कंवरिया के भीड़ देर रात तक उतरकर उत्तरवाहिनी गंगा घाटों की ओर जाते दिखे।दूसरी सोमवारी को लेकर अहले सुबह से ही कावड़िया जल भरकर बाबा धाम की ओर रवाना होते रहे।
हर हर महादेव की गूंज से पूरा क्षेत्र गुंजायमान होता रहा। कांवरिया पथ पूरी तरह केसरिया में हो गया है जहां एकता एवं समरसता का भाव दर्शा रही है। इसके साथ-साथ स्थानीय श्रद्धालु भी गंगा में आस्था की डुबकी लगा अजगैबीनाथ मंदिर में पूजा अर्चना कर अपने आप को धन्य किया। पूजा अर्चना को लेकर अगले सुबह से ही अजगैबीनाथ मंदिर श्रद्धालुओं से पटा था। हर तरफ सुरक्षा व्यवस्था के चाक-चौबंद व्यवस्था रही।
अजगैवीधाम स्थित उत्तर वाहिनी गंगा तट से लेकर कच्ची कांवरिया पथ पर दो महीने तक कांवरियों के कंधे पर लचकते कांवरों में लगी सुगंधित अगरबत्तियों से निकलने वाली महक और रास्ते में चलने वाला शिव भक्तों का रैला से अजगैबीनगरी से देवघर तक अब पूरी तरह केसरियामय हो चुका है। जिसे देख मन हर्ष उल्लास से भर जाता हैं।सोमवार को लाखों लाख की संख्या में श्रद्धालु उत्तरवाहिनी गंगा से जल भरकर बाबा धाम की ओर रवाना हुए और अजगैबीनगरी बोल बम का नारा बा, बाबा एक सहारा बा की गूंज से गुंजायमान हो गया।
श्रावणी मेला में पूरे दो माह तक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। श्रावणी मेला के महत्व को देखते हुए पूरी तरह से दुल्हन की तरह अजगैबीनगरी को सजाया गया है। अजगैबीनाथ मंदिर को भव्य रूप से सजाया किया गया है। उनके जाने वाले रास्तों पर रोशनी की जगमगाहट से चार चांद लगा रहे हैं। हर तरफ एक उत्साह का नजारा देखने को मिल रहा है। सावन में बिकने वाले काँवर से जुड़े अन्य छोटे बड़े सामानों से बाजार पूरी तरह पटा हुआ हैं।