*अन्य की तलाश जारी
*पुलिस ने रिपोर्ट पर तुरंत कार्रवाई
(हरिप्रसाद शर्मा)अजमेर: शहर की सिविल लाइन्स थाना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अपहरण के बाद नृशंस हत्या के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मामले की जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक वन्दिता राणा ने बताया कि यह कार्रवाई 14 जून को प्राप्त एक गंभीर रिपोर्ट के आधार पर की गई।
प्रकरण के अनुसार 14 जून को नागौर जिले के रातंगा निवासी रामदेव पुत्र हीराराम ने अजमेर के सिविल लाइन्स थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। जिसमें कहा गया था कि उनका 28 वर्षीय बेटा सहदेव परीक्षा देने के लिए 12 जून को अजमेर आया था और 13 जून को केन्द्रीय बस स्टैंड से वापस लौटते समय लापता हो गया। आखिरी बार उसे बस स्टैंड पर उसके साढू महिपाल और उसकी पत्नी ललिता के साथ देखा गया था। रामदेव को शक था कि सहदेव के काका ससुर रामकिशोर, ससुर बस्तीराम और अन्य लोग मिलकर उसके बेटे को अगवा कर ले गए।
इस रिपोर्ट पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए प्रकरण संख्या 199/2025 को भारतीय न्याय संहिता बीएनएस 2023 की धाराओं 140(3), 127(2), 103(1), 189(2), 3(5), 61(2) के तहत दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ किया।
इसके लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हिमांशु जांगिड़ एवं वृत्ताधिकारी रूद्रप्रकाश शर्मा के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया, जिसमें पुलिस निरीक्षक शम्भूसिंह सहित आठ पुलिसकर्मी शामिल थे। टीम ने घटनास्थल का गहन निरीक्षण किया और 150 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली।
प्रारंभिक जांच में आरोपी की बोलेरो कैम्पर का सुराग मिला, जिसे अजमेर से नागौर जाते हुए सीसीटीवी फुटेज में देखा गया। पुलिस ने जायल थाना क्षेत्र में उक्त वाहन को पकड़कर पूछताछ की और स्थानीय लोगों की सहायता से अपहृत सहदेव की लाश बरामद की। शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को अंतिम संस्कार हेतु सौंपा गया।
पुलिस ने इस मामले में दो मुख्य आरोपियों कुन्नाराम रलिया और ओप्रकाश पुत्र मोतीराम, दोनों निवासी जायल थाना क्षेत्र, नागौर को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में आरोप सिद्ध होने पर उन्हें न्यायालय में पेश किया गया, जहां से दो दिन का पुलिस रिमांड प्राप्त किया गया है। अभियुक्तों से घटनास्थल की तस्दीक कराई गई है और अन्य फरार आरोपियों की तलाश जारी है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया जाएगा।