अजमेर:इस विवाद ने पहले दो जिंदगियां छीनीं और फिर बदले की आग में तीसरी हत्या कर दी
(हरिप्रसाद शर्मा ) अजमेर:अजमेर शहर में मीट की कीमतों को लेकर उपजे विवाद ने खौफनाक मोड़ ले लिया है। इस विवाद ने पहले दो जिंदगियां छीनीं और फिर बदले की आग में तीसरी हत्या कर दी गई। चाकूबाजी में मारे गए चाचा-भतीजे की मौत का बदला लेने के लिए मृतकों के दो रिश्तेदारों ने नामजद आरोपी को अगली ही सुबह गाड़ी से टक्कर मारकर मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।एसपी वंदिता राणा ने बताया कि अजमेर के दरगाह क्षेत्र में मीट की रेट को लेकर दो पक्षों में विवाद हुआ था। विवाद इतना बढ़ा कि चाकूबाजी की नौबत आ गई।
इस हिंसा में चाचा गुलरेज़ और भतीजा आमिर की मौत हो गई थी। इस मामले में पुलिस पहले ही चार आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी थी।हालांकि मामला यहीं शांत नहीं हुआ। 17 जुलाई को दरगाह क्षेत्र में एक युवक की संदिग्ध हालत में मौत की सूचना मिली। शुरुआत में यह हादसा प्रतीत हो रहा था, लेकिन जब मृतक की बहन ने हत्या की आशंका जताकर शिकायत दी, तो पुलिस ने गंभीरता से जांच शुरू की। मृतक की पहचान आरिफ उर्फ अब्बू (निवासी दरगाह क्षेत्र) के रूप में हुई, जो चाकूबाजी मामले में नामजद आरोपी था।पुलिस ने इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिसमें एक संदिग्ध I20 गाड़ी घटनास्थल के पास देखी गई। जांच में पता चला कि गाड़ी में इस्माइल खान और शमीर खान (दोनों निवासी दरगाह बाजार, अजमेर) सवार थे।
ये दोनों पहले हुई चाकूबाजी में मारे गए गुलरेज़ और आमिर के नजदीकी रिश्तेदार हैं।प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि आरिफ की वायरल हो रही सोशल मीडिया वीडियो देखकर उन्हें पता चला कि वह शराब के नशे में नग्न अवस्था में घूम रहा है। उसी दौरान जब वे सड़क से गुजर रहे थे तो उसे अकेले देख गुस्से में आ गए और गाड़ी से टक्कर मार दी।
टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि आरिफ की मौके पर ही मौत हो गई। वारदात को अंजाम देने के बाद दोनों मौके से फरार हो गए। पुलिस ने हत्या के आरोप में इस्माइल खान और शमीर खान को गिरफ्तार कर लिया है। गाड़ी को जब्त कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है। एसपी वंदिता राणा ने बताया कि यह हत्या पूरी तरह से बदले की भावना से की गई। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो ने इस वारदात को अंजाम देने में अहम भूमिका निभाई।