भरगामा प्रखंड मुख्यालय कार्यालय जाने वाली जर्जर सड़कें बता रही क्षेत्र में विकास की कहानी
बिहार न्यूज़ लाईव अररिया डेस्क: वरीय संवाददाता अंकित सिंह। अररिया। जिले के भरगामा प्रखंड मुख्यालय कई वर्षों से अच्छी पक्की सड़क के लिए मोहताज हैं। बताया जाता है,कि प्रखंड मुख्यालय स्थित विभिन्न कार्यालयों तक पहुंचने के लिए अब भी लोगों को जर्जर सड़क नसीब हो रही है। इस कारण बरसात के दिनों में आमलोगों को काफी परेशानी होती है। एक हीं जगह पर प्रखंड सह अंचल कार्यालय,आवास कार्यालय,मनरेगा कार्यालय,एसएफसी का गोदाम,विद्युत कार्यालय,बाल विकास परियोजना,शिक्षा विभाग का कार्यालय,एसबीआई बैंक,सरकारी विद्यालय,भरगामा थाना सहित विभिन्न सरकारी कार्यालय जाने वाली सड़क पर हल्की-फुल्की बारिश हो जाने के बाद अत्यधिक कीचड़ हो जाने से वाहनों से क्या पैदल जाना भी मुश्किल का काम हो जाता है। यह सड़क अति जर्जर और कच्ची सड़क की तरह है। हालांकि पूर्व में कई बार इसे पीसीसी कराया गया है लेकिन गुणवत्ता के अभाव में ध्वस्त होता चला गया। बता दें,कि प्रखंड के विकास की सारी प्लानिग यहीं बैठक कर होती है लेकिन इस सड़क की सुध लेने की फुर्सत जिम्मेदार लोगों को नहीं है। इस संबंध में पीओ विनय कुमार ने बताया कि प्रखंड मुख्यालय स्थित सभी कार्यालयों को जाने वाली सड़क को अच्छी अवस्था में लाने के लिए वे हर संभव प्रयासरत हैं,लेकिन उनके विभाग में फिलहाल कोई ऐसी फंड हीं नहीं है जो वे इस सड़क की स्थिति को ठीक कर सकेंगे। अब सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि क्षेत्रवासियों को अच्छी सड़क की सुविधा उपलब्ध कराने वाले के जिम्मे हीं अपने कार्यालय तक आने के लिए अच्छी सड़क ना हो या फिर पहले से बने सड़क को मरम्मत करने के लिए भी कोई फंड ना हो तो वे क्षेत्रवासियों को अच्छी सड़क की सुविधा कहां से दे पाएंगे।
जर्जर सड़क लिख रही विकास की कहानी
विकास के इस दौर में गांव को पक्की सड़क से जोड़ने का दावा किया जा रहा है। लेकिन प्रशासनिक उपेक्षा,इच्छाशक्ति विहीन राजनेताओं व निर्माण कार्य में व्याप्त लूट-खसोट की वजह से प्रखंड क्षेत्र के लगभग सभी ग्रामीण सड़कें भी अपनी बदहाली पर वर्षों से आंसू बहा रही है। इन सभी अति महत्वपूर्ण सड़कों पर बरसात की बात तो दूर सुखाड़ के दिनों में भी गुजरना व चलना मुश्किल हो जाता है। विभिन्न ग्रामीण सड़कों की जर्जरता,बदहाली व उड़ती धूल से तंग आ चुके आमजन अब आंदोलन पर उतारू हैं।
मालूम हो कि प्रखंड क्षेत्र के जिलेबिया मोड़ से गोविंदपुर हाट,महथावा बाजार से छातापुर,शंकरपुर फूटानी हाट से गजबी,शंकरपुर फूटानी हाट से शंकरपुर पंचायत सरकार भवन,सिमरबनी पोस्ट ऑफिस मोड़ से कुसमोल,सिमरबनी शर्मा टोला से गौराहा,सिमरबनी पीडब्लूडी रोड से धनगड़ा,खजुरी चौक से खुटहा बैजनाथपुर,इस्लामपुर से मझोवा,बिषहरिया से झंगरटोली,अकरथापा से छर्रापट्टी सहित कई अन्य ग्रामीण सड़क जर्जर व बदहाल होकर वर्षों से आमजनों को मुंह चिढ़ा रहा है। इन सभी सड़कों के वर्षो पूर्व कराए गए निर्माण के बाद आजतक इसके जीर्णोद्धार व मरम्मती कराने का किसी राजनेता ने जहमत नही उठाई है। इन तमाम सड़कों को कई वर्षों से जर्जर व गड्ढेनुमा रहने के कारण लोगों को आने-जाने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
सबसे ज्यादा परेशानी तब बढ़ जाती है जब आकस्मिक मौके पर किसी बीमार या प्रसव पीड़ा से परेशान किसी महिला को समुचित इलाज कराने के लिए चार चक्का वाहन से प्रखंड सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र या फिर बाहर ले जाना पड़ता है। ऐसी स्थिति में विकट समस्या खड़ी हो जाती है। ग्रामीणों का कहना है कि इन सभी महत्वपूर्ण सड़क के किनारे पंचायत सरकार भवन,आंगनबाड़ी केंद्र,विद्यालय के साथ-साथ अन्य सरकारी कार्यालय जरूरी कामों से लोगों की आवाजाही लगी रहती है।
उसके बावजूद सड़क नहीं बनना समझ से परे है। लोगों का यह भी कहना है कि इन सभी सड़कों के मरम्मती को लेकर जनप्रतिनिधि से लेकर प्रशासनिक पदाधिकारी को कई बार कहा गया लेकिन हर बार निराशा हीं हाथ लगी। जबकि उक्त सभी सड़कों पर दिनभर जहां वाहनों की आवाजाही लगी रहती है। वहीं प्रतिदिन हजारो की संख्या में यात्री सफर करते हैं।
कालीकरण के पूरी तरह उखड़ जाने से जगह-जगह बने गढ्डे व उबड़-खाबड़ उक्त सड़कों की जर्जरता व बदहाली को खुद बयां कर प्रखंड क्षेत्र के विकास के दावे को खोखला कर रही है। सभी ग्रामीण सड़कों के जर्जर होने के कारण दोपहिया व छोटे वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसके चलते कहीं न कहीं रोजाना हादसे भी होते रहते हैं। इतना हीं नही बरसात के दिनों में तो ग्रामीण सड़कों की हालत और भी नारकीय हो जाती है। जगह-जगह टूटी सड़क के बीचों-बीच कीचड़ हो जाने से राहगीरों को उस होकर निकलना भी मुश्किल हो जाता है।
जर्जर व बदहाल सड़कों पर लगातार वाहनों के आवागमन से उड़ती धूल सड़क किनारे बसे आबादी सहित आमलोगों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है। उड़ती धूल के कारण वाहनों के आवागमन के दौरान जहां सड़क पर सामने से आ रहे वाहन तक दिखाई नहीं देते हैं। वहीं लोगों का स्वास्थ्य पर भी बुरा असर डाल रहा है। ग्रामीणों ने इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले विधायक जयप्रकाश यादव से उक्त सभी ग्रामीण क्षेत्रों के क्षतिग्रस्त सड़कों को अविलंब मरम्मत कराने की मांग की है।