अंकित सिंह,भरगामा (अररिया) भरगामा प्रखंड क्षेत्र के शंकरपुर,खुटहा बैजनाथपुर एवं मनुल्लाहपट्टी ग्राम पंचायतों में करोड़ों रुपये खर्चकर बनाए गए पंचायत सरकार भवन में सुविधाओं का घोर अभाव और जिम्मेदार अधिकारियों का मौन रवैया यह दर्शाता है कि सरकार द्वारा आवंटित धन का उपयोग सही तरीके से नहीं हो रहा है और लोगों को अपेक्षित सुविधाएं नहीं मिल रही है। बताते चलें कि शंकरपुर और खुटहा बैजनाथपुर एवं मनुल्लाहपट्टी पंचायत सरकार भवन की स्थिति दिन-प्रतिदिन बदहाल होता जा रहा है।
लोगों का कहना है कि सामान्य प्रशासन विभाग को आमजनों की सुविधाओं से कोई मतलब नहीं रह गया है। बता दें कि बिहार जागरण टीम के द्वारा 26 मई (सोमवार) को दोपहर के 12 बजकर 10 मिनट पर शंकरपुर पंचायत सरकार भवन के विभिन्न कार्यालय का पड़ताल किया गया। इस पड़ताल के दौरान पंचायत सचिव के कार्यालय से सचिव के साथ-साथ उनके कमरे का कुर्सी और पंखा भी गायब था।
इसी प्रकार पंचायत रोजगार सेवक के कार्यालय से पीआरएस के साथ-साथ उनके भी कमरे का कुर्सी,टेबल पंखा गायब था। इसी प्रकार लेखापाल के कार्यालय से लेखापाल के साथ-साथ उनके कार्यालय का टेबल,कुर्सी,पंखा भी गायब दिखा। ठीक इसी तरह आवास सहायक के कार्यालय से भी आवास सहायक के साथ-साथ उनके कमरे का टेबल,कुर्सी,पंखा भी गायब दिखा। ठीक इसी प्रकार तकनिकी सहायक के कार्यालय से भी तकनिकी सहायक के साथ-साथ उनके कमरे का टेबल,कुर्सी,पंखा भी गायब था। वहीं विकास मित्र के कार्यालय से विकास मित्र के साथ-साथ उनके कमरे का टेबल,कुर्सी,पंखा भी गायब दिखा। वहीं कार्यपालक सहायक के कार्यालय से टेबल,कुर्सी,पंखा गायब था,लेकिन कार्यपालक सहायक रेणु कुमारी मुखिया के कार्यालय में मौजूद थीं। वहीं हल्का कर्मचारी एवं ग्राम कचहरी कार्यालय और कृषि कार्यालय में पूर्णरूपेण ताला बंद दिखा।
जानकारी के लिए बता दें कि इसी पंचायत सरकार भवन के दीवार पर चिपके रोस्टर में सोमवार के दिन पंचायत सचिव,राजस्व कर्मचारी,आवास सहायक किसान सलाहकार,विकास मित्र,ग्राम कचहरी सचिव,कार्यपालक सहायक की ड्यूटी लिखा हुआ दिखा। लेकिन उपरोक्त कर्मियों में सिर्फ और सिर्फ कार्यपालक सहायक अव्यवस्थाओं के बीच ड्यूटी पर मौजूद थीं,बाकि सभी कर्मी अपने-अपने कार्यालय से गायब थे।
बता दें कि इस भीषण गर्मी में भी आरटीपीएस कार्यालय से पंखा गायब रहने के कारण एवं लोगों का जाति,आय,निवास प्रमाण-पत्र आदि ऑनलाइन के लिए अति आवश्यक उपकरण कंप्यूटर/लेपटॉप,प्रिंटर,इंटरनेट आदि उपलब्ध नहीं रहने के वजह से मुखिया के कार्यालय में बैठी कार्यपालक सहायक रेनू कुमारी ने पूछने पर अपनी दर्द बयां करते हुए बताई कि मुझे आवंटित आरटीपीएस कार्यालय में मूलभूत सुविधाओं की घोर कमी है,मजबूरन मुझे मुखिया के कार्यालय में बैठना पड़ रहा है। उनसे जब उनके कार्य करने का प्रोसेस पूछा गया तो उन्होंने कहा कि आरटीपीएस कार्यालय में किसी तरह का कोई सुविधा उपलब्ध नहीं रहने के कारण लाचारी में यथासंभव इस कार्यालय का कार्य अपने पर्सनल मोबाइल से करते हैं। वहीं इसके बाद जब पंचायत सरकार भवन परिसर की साफ-सफाई का स्थिति देखा गया तो कार्यालय परिसर में गंदगी का अंबार लगा दिखा।
वहीं शौचालय की भी वर्तमान स्थिति अत्यंत खराब दिखा। शौचालय के अंदर गंदगी व जाम हो जाने के कारण दो में से एक भी शौचालय प्रयोग की स्थिति में नहीं दिखा। शौचालय के इर्द-गिर्द मलमूत्र की गंदगी से भयानक बदबू उठ रहा था।
वहीं चापाकल की अनुपलब्धता के कारण दूर-दूर तक पेयजल नजर नहीं आया। उपरोक्त मूलभूत सुविधाओं के संबंध में जब पंचायत सचिव सत्येंद्र कुमार से फोन पर उनका पक्ष जानने का प्रयास किया गया तो उन्होंने भीसी में बिजी रहने का बात कहकर अपना पल्ला झारते नजर आये,यानि कि उनके पास अपना पक्ष रखने के लिए कोई जवाब नहीं था। वहीं इस संबंध में बीपीआरओ शशि रंजन कुमार से बात किया गया तो उन्होंने मामले की जांचकर उचित निर्णय की बात कही।