अंकित सिंह,भरगामा(अररिया)
शिक्षा विभाग नित्य शिक्षकों को अपने अनुशासन का ख्याल रखते हुए चरित्र निर्माण करने की सलाह दे रही है। इधर शिक्षक इसे नजरअंदाज करते हुए शिक्षा के मंदिर को कलंकित व अपने कार्यकलापों से सुर्खियों में है। फिलहाल भरगामा में एक सरकारी स्कूल के हेडमास्टर की शर्मनाक करतूत सामने आई है। बताते चलें कि 18 मार्च 2025 को प्लस 2 प्रोजेक्ट बालिका उच्च विद्यालय भरगामा की एक बीपीएससी शिक्षका ने उसी स्कूल के नियोजित शिक्षक सह प्रभारी हेडमास्टर कौशल कुमार के खिलाफ भरगामा थाना में लिखित आवेदन दी है।
पीड़िता शिक्षका के द्वारा थाना में दिए गए लिखित आवेदन में बताया गया है कि शिक्षक कौशल कुमार के द्वारा उनके निजी तस्वीर को लोगों के बीच प्रसारित कर उनके चरित्र पर मनग्रंथ आरोप लगाकर उनके स्वच्छ छवि को धूमिल किया जा रहा है। आवेदन में पीड़िता ने बताई है कि हेडमास्टर अपना वर्चस्व दिखाने और उन्हें अपमानित करने के लिए 13 मार्च 2025 को लंच समय के बाद छात्राओं एवं शिक्षिकाओं के लिए आवंटित कॉमन रूम में जबरन घुसकर मना करने के बाद भी जोर जबरदस्ती अपने अन्य साथियों के साथ उनके पूरे चेहरे एवं बालों व कपड़ों पर गलत एवं अमर्यादित तरीके से गुलाल लगाया गया।
थाना में दिए गए आवेदन में उन्होंने कहा है कि विभागीय कार्य में छोटी सी चूक के कारण शिक्षक कौशल कुमार उनके पति को फोन कर विभिन्न प्रकार की धमकियां दी है। जिसके कारण शिक्षका के घर में पारिवारिक कलह उत्पन्न हो गया है। शिकायती पत्र में उन्होंने बताया है कि विद्यालय के मुद्दों को विद्यालय में ना सुलझाकर कौशल कुमार अक्सर उनके परिवार को फोन कर धमकाते रहते हैं। जिसके कारण मानसिक स्थिति पर बुराअसर पड़ने के साथ-साथ पठन-पाठन भी प्रभावित हो रहा है।
शिकायती पत्र में उन्होंने ये भी लिखा है कि इस शिकायत के आलोक में उचित निर्णय नहीं होने की स्थिति में मानसिक दबाव में आकर यदि उनके द्वारा कोई गलत कदम उठाया जाता है तो उसकी संपूर्ण जिम्मेदारी शिक्षक कौशल कुमार की होगी। पीड़िता से मिली जानकारी के अनुसार उन्होंने इस लिखित शिकायत को डीएम के भी पास पहुंचा चुकी है,लेकिन फिर भी अबतक पुलिस-प्रशासन के द्वारा किसी प्रकार का कोई भी एक्शन नहीं लिया गया है। इधर इस संबंध में प्रभारी हेडमास्टर कौशल कुमार का कहना है कि उनके ऊपर लगाए गए तमाम आरोप बेबुनियाद है। वहीं थानाध्यक्ष राकेश कुमार का कहना है कि आवेदन के आलोक में जांच जारी है। वहीं शिक्षा विभाग के स्थापना डीपीओ रवि रंजन का कहना है कि मामले की जांच चल रही है। अनुशासनहीनता एवं अर्मायादित आचरण प्रमाणित पाये जाने पर आरोपित शिक्षक के खिलाफ विभागीय कार्रवाई तय है।