अंकित सिंह,भरगामा (अररिया):अररिया जिले के भरगामा प्रखंड क्षेत्र के जयनगर पंचायत के ब्रह्मण टोला में स्थित काली मंदिर 366 वर्ष पुराना है। बताया जाता है कि 366 साल पूर्व यहां तत्कालीन पुजारी बैद्यनाथ झा ने पूजा शुरू करवाई थी। तब से नियमित पूजा होती आ रही है। वर्तमान समय में इस मंदिर के मुख्य पुजारी तारानंद झा हैं।
मुख्य पुजारी तारानंद झा ने बताया कि यूं तो हर रोज मां काली के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का भीड़ लगा रहता है,लेकिन काली पूजा में विशेष रूप से पूरे विधिविधान के साथ मां काली की पूजा की जाती है। काली पूजा के मौके पर मेला भी लगता है। पूजा कमेटी इसकी तैयारी में जुट गई है। ज्ञात हो कि इस मंदिर की स्थापना 1659 में वर्तमान पंडित तारानंद झा के पूर्वज बैद्यनाथ झा द्वारा दक्षिणेश्वरी काली मंदिर कोलकाता से मिट्टी लाकर कच्ची मंदिर की स्थापना की थी।
तब से इस मंदिर में पूजा-पाठ व इस मंदिर के रख-रखाव उनके वंशज द्वारा किया जा रहा है। मंदिर का पुनर्निर्माण सन 2000 में कराया गया। 1659 से हीं दीपावली के नौ दिन पहले से नवाह संकीर्तन करवाया जाता आ रहा है। पंडित तारानंद झा के छोटे भाई कलानंद झा के द्वारा यहां दीपावली के रोज बड़ी संख्या में बलि प्रदान किया जाता है।
ग्रामीणों का मानना है कि इस मंदिर में जो भी भक्त सच्चे मन से अपनी मुरादें लेकर आते हैं उनकी मुरादें माता अवश्य पूरी करती है। काली मंदिर के व्यवस्थापक हीरानंद झा,कलानंद झा,अनिल झा,विनोदानंद झा,अमोदानंद झा,भालचंद्र वत्स,राजकिरन वत्स,मनोहर वत्स,आलोक वत्स,मयंक,मनभावन,मुरारी,शरतचंद्र,रजतचंद्र आदि ने बताया कि इस वर्ष दीपावली के मौके पर 11 अक्टूबर शनिवार से 19 अक्टूबर रविवार तक नौ दिनों का भक्ति जागरण कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
