छपरा:आयुष्मान आरोग्य मंदिर को मिला राष्ट्रीय गुणवत्ता आवश्वासन मानक का राज्यस्तरीय प्रमाण पत्र

Rakesh Gupta
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• स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने सारण की टीम को दिया एनक्यूएएस का सर्टिफिकेट
• 2025 में एनक्यूएएस का राज्य स्तरीय सर्टिफाइड पहला सेंटर बना शाहपुर का आयुष्मान आरोग्य मंदिर
• राष्ट्रीय गुणवत्ता आवश्वासन मानक के रैंकिंग मे मिला 91 प्रतिशत अंक

छपरा। सारण जिले के शाहपुर स्थित आयुष्मान आरोग्य मंदिर (हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर) ने राष्ट्रीय गुणवत्ता आवश्वासन मानक (एनक्यूएएस) के राज्य स्तरीय प्रमाण पत्र को प्राप्त किया है। इस प्रतिष्ठित प्रमाण पत्र को सूबे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने सिविल सर्जन डॉ. सागर दुलाल सिन्हा, डीपीएम अरविन्द कुमार, डीपीसी रमेशचंद्र कुमार और सीएचओ रंजन कुमार को सौंपा। आयुष्मान आरोग्य मंदिर 2025 में एनक्यूएएस का राज्य स्तरीय प्रमाण पत्र प्राप्त करने वाला पहला केंद्र बन गया है। इस केंद्र ने राष्ट्रीय गुणवत्ता आवश्वासन मानक की रैंकिंग में 91 प्रतिशत अंक प्राप्त कर यह महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है।

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स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने इस अवसर पर कहा कि यह प्रमाण पत्र क्षेत्रीय स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार का प्रतीक है। शाहपुर का आयुष्मान आरोग्य मंदिर स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में एक बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत करता है। यह प्रमाण पत्र प्राप्त करने से इस केंद्र की सेवाओं और व्यवस्थाओं में और भी सुधार की उम्मीद जताई जा रही है, जिससे स्थानीय लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकेंगी। इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ. सागर दुलाल सिन्हा, आरपीएम प्रशांत कुमार, डीपीएम अरविन्द कुमार, प्रभारी डॉ. पुनम, डीपीसी सह नोडल पदाधिकारी रमेशचंद्र कुमार, सीएचओ रंजन कुमार, एएनएम शीला कुमारी, एएनएम आकंक्षा, बीएचएम ओमप्रकाश समेत अन्य मौजूद थे।

मरीजों को दी जा रही है 12 प्रकार की स्वास्थ्य सेवाएं:
सिविल सर्जन डॉ. सागर दुलाल सिन्हा ने कहा कि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर 151 प्रकार का दवा, 14 प्रकार के जाँच की सुविधाएं, टीकाकरण, प्रसव पूर्व जाँच, परिवार नियोजन की सेवा, ओपीडी, संचारी रोग, गैर संचारी रोग, मानसिक स्वास्थ्य, पीने का पानी, हर्बल गार्डन, शौचालय, अग्निश्मन यंत्र के साथ स्वच्छ वातावरण में गुणवत्ता पूर्ण सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रहीं है। सिविल सर्जन डॉ. सागर दुलाल सिन्हा ने सभी स्वास्थ्यकर्मियों को बधाई देते हुए कहा कि यह पुरस्कार स्वास्थ्य कर्मियों के कंधों पर गुणवत्ता के उच्च मानकों को बनाए रखने और लोगों के लिए सेवाओं में सुधार करने की अधिक जिम्मेदारी लाएगा। उन्होंने कहा कि इस कदम से कर्मचारियों के कौशल में सुधार होगा, जिससे बेहतर मानकों पर रोगी देखभाल सेवाओं को मजबूत करने में मदद मिलेगी। अब यूपीएचसी मासूमगंज को नेशनल सर्टिफिकेशन के लिए आवेदन किया जायेगा। इसको लेकर तैयारी शुरू कर दी गयी है।

 

नेशनल सर्टिफिकेशन के लिए किया जायेगा आवेदन:
डीपीसी रमेश चंद्र कुमार ने बताया कि सोनपुर अनुमंडल के शाहपुर का एचडब्ल्यूसी अब रज्य स्तर से एनक्वास प्रमाणित हो गया है। अब राज्य स्तरीय सर्टिफिकेशन होने के बाद नेशनल सर्टिफिकेशन के लिए सक्षम पोर्टल के माध्यम से अप्लाई किया जाएगा। उसके बाद केंद्रीय टीम के द्वारा वर्चुअल या फिजिकल मोड में असेसमेंट किया जाएगा। 70% से ऊपर स्कोर मिलने पर नेशनल सर्टिफिकेशन मिलेगा। इसके बाद प्रतिवर्ष इस हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर को 1.26 लाख रूपये की राशि दी जाएगी जिसे एचडब्ल्यूसी के उन्नयन में खर्च किया जाएगा। राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य यह भी है कि मरीजों और स्वास्थ्य संस्थानों के बीच विश्वास का निर्माण करता है। जब मरीजों को यह विश्वास हो जाता है कि वह उच्च गुणवत्ता वाली सेवाएं प्राप्त कर रहे हैं, तो उनकी संतोषजनकता बढ़ती है।

 

क्या है एनक्यूएएस-
राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानकों को सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ-साथ वैश्विक सर्वोत्तम अभ्यास के लिए विशिष्ट आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए विकसित किया गया है। इसकी शुरुआत 2017 में हुई हैं, एनक्यूएएस वर्तमान में जिला अस्पतालों, सामुदायिक, ग्रामीण और शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए उपलब्ध हैं। मानक मुख्य रूप से प्रदाताओं के लिए पूर्व निर्धारित मानकों के माध्यम से सुधार के लिए अपनी स्वयं की गुणवत्ता का आकलन करने और प्रमाणन के लिए अपनी सुविधाओं को लाने के लिए हैं।

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