फोटो 03 उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ
बिहार न्यूज़ लाइव सारण डेस्क: दिघवारा नगर।बिहार में निवेश का बेहतर माहौल बना है एवं बड़ी संख्या में देश के बड़े उद्यमी बिहार में निवेश करने की इच्छा जता रहे हैं।राज्य में निवेशकों को हरसंभव सहयोग व सुविधा उपलब्ध कराने के लिए महागठबंधन सरकार प्रतिबद्ध है। उक्त बातें दिघवारा में एक कार्यक्रम में पहुंचे प्रदेश के उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ ने कही।उन्होंने कहा कि बिहार में जल्द ही उद्योग का जाल बिछेगा एवं अर्हता पूरी करने वाले निवेशकों को सरकार बिना किसी भेदभाव के हरसंभव सहयोग देगी।श्री महासेठ ने कहा कि बिहार में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति बिल्कुल ठीक है एवं नीतीश सरकार लॉ एंड ऑर्डर से कोई कंप्रोमाइज नहीं करती है मगर भाजपा द्वारा दुष्प्रचारित कर इस राज्य को बीमारू व पिछड़ा राज्य बताने का हरसंभव प्रयास किया जा रहा है
लेकिन जनता बीजेपी के झांसे में आने वाली नहीं है और सब कुछ समझती है।श्री महासेठ ने कहा कि बिहार सोने की चिड़िया है और बिहार के विकास के साथ ही देश का विकास संभव है।उनका कहना था कि ब्रिटानिया समेत देश की कई महत्वपूर्ण कंपनियां बिहार में अपना यूनिट विस्तार कर रही कर रही है।कई विदेशी कंपनियों ने भी निवेश की इच्छा जताई है।उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को स्थानीय स्तर पर ही सामानों की खरीद करने जैसी सोच को प्राथमिकता देनी चाहिए तभी लोकल व्यापार को बढ़ावा मिल सकेगा।उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि बिहार की तरक्की के बिना देश की तरक्की संभव नहीं है।उनका साफ कहना था कि निवेशकों के चयन में सरकार कोई भेदभाव नहीं करती है और अहर्ताधारी निवेशकों को प्राथमिकता के आधार पर निवेश का मौका उपलब्ध कराया जाता है।
अहर्ताधारी कंपनियों की कागजी प्रक्रियाओं को पूरा करने के लिए विभाग ने पोर्टल विकसित किया है जहां हर काम पारदर्शी तरीके से किया जा रहा है।मध्यप्रदेश,राजस्थान व छत्तीसगढ़ जैसे तीन राज्यों में नए मुख्यमंत्री चुने जाने पर श्री महासेठ ने तंज कसते हुए कहा कि पुरानी परंपराओं से खिलवाड़ करने वाली भाजपा अभी टेस्ट और ट्रायल की स्थिति में है एवं आसन्न चुनाव में इसके परिणाम देखने को मिल जाएंगे।
इससे पहले उनके आगमन पर रिटायर्ड शिक्षिका शकुंतला मंडल ने उनको शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया।इस अवसर पर सीताराम प्रसाद, राधेश्याम प्रसाद, डॉ. अरविंद कुमार,अमित कुमार,मोहन शंकर प्रसाद,रंगकर्मी महेश स्वर्णकार,सरकार शरण, सूर्यनारायण प्रसाद, नरेंद्र सिंह पुटुन,संतोष गाईं,महाराज शरण, राजीव रंजन शरण,संजीव शरण सरीखे दर्जनों प्रबुद्ध लोग मौजूद थे।