अंकित सिंह,भरगामा (अररिया)भरगामा थाना क्षेत्र की धरती जमीनी विवाद का हॉटस्पॉट बनता जा रहा है। कहावत है ना कि चमन को बर्बाद करने के लिए एक उल्लू काफी होता है। मगर भरगामा प्रखंड सह अंचल कार्यालय परिसर में वैसे-वैसे एक नहीं बल्कि दर्जनों उल्लू आसनी से मिल जायेंगे। बता दें कि हाल के दिनों में प्रखंड मुख्यालय परिसर में बिचौलिए की लंबी फेहरिस्त बनी रहती है।
लोगों का कहना है कि भरगामा अंचल क्षेत्र में जमीनी विवाद का मुख्य कारण अंचल कार्यालय के अधिकारी,कर्मी और बिचौलिए की गहरी सांठ-गांठ है। लोगों का कहना है कि सुदूर देहात से आए हुए भोली-भाली जनताओं से कथित बिचौलिए अंचल से संबंधित कार्यों का निष्पादन के नाम पर विभागीय अधिकारी,कर्मी की मिलीभगत से अवैध उगाही करते हैं। बताया जाता है कि बिचौलिए के द्वारा विवादित जमीन पर भी जनताओं से अवैध उगाही कर 100 प्रतिशत जमीन कब्जा करवाने का ठोस आश्वासन दे देते हैं।
बताया जा रहा है कि बिचौलिए के द्वारा भोली-भाली जनताओं को विवादित जमीन पर कब्जा दिलवाने का ठोस आश्वासन मिलने के बाद दोनों पक्ष के बीच हिंसक झड़प शुरु हो जाती है। उसके बाद देखते हीं देखते दोनों पक्षों के बीच खूनी संघर्ष भी शुरु हो जाती है। बताया जाता है कि नवटोल गांव निवासी पंचायत समिति सदस्य गुड्डू यादव व नयन यादव के बीच जमीनी विवाद का मामला विगत 10 वर्षों से चल रहा था। सूत्रों के अनुसार शुक्रवार को दिन के लगभग 10 बजे दोनों पक्षों के बीच हिंसक झड़प हुई थी।
उसके बाद देर रात्रि को दोनों पक्षों के बीच खूनी संघर्ष हो गई। इस घटना में गुड्डू के पक्ष के जयकुमार यादव के कनपटी में गोली लगने से मौके पर हीं मौत हो गई। वहीं दूसरी ओर जयकुमार की हत्या के कुछ हीं देर बाद आक्रोशित गुड्डू के पक्ष के 20 से 25 लोगों ने हथियार लेकर नयन यादव के घर को घेर लिया।
घर घेरने के बाद दरवाजे पर लगी बाइक से पेट्रोल निकालकर घर के चारों ओर छीट दिया। पेट्रोल छीटने के बाद दरबाजे पर सोए नयन यादव को बंधक बनाकर पीट-पीटकर हत्या कर दिया। हत्या करने के बाद नयन यादव के शव को उनके हीं घर में फेंक दिया और उस घर में आग लगा दिया।