भागलपुर /नाथनगर : बिहार के तेज तर्रार प्रशासनिक अधिकारियों में गिने जाने वाले शेख जियाउल हसन को राजद ने नाथनगर से अपना उमीदवार बनाया है। उन्होंने इसी साल वीआरएस ले लिया था। मधेपुरा जिले के उदाकिशुनगंज अनुमंडल पदाधिकारी शेख जियाउल हसन ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) ले लिया था । बिहार सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग ने सोमवार 21 अप्रैल को उनके वीआरएस को मंजूरी दे दी थी । उनके इस फैसले के बाद प्रशासनिक गलियारों से लेकर आम जनता तक हर जगह चर्चा तेज हो गई थी कि वह अपने गृह जिला भागलपुर के नाथनगर विधानसभा क्षेत्र से आगामी विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं। लेकिन जदयू से सिम्बल मिलने की आस लगाए थे। परन्तु राजद ने उन्हें नाथनगर से अपना सिम्बल दिया है।
राजनीति में आने से पहले का उनका सफर
कभी कभी ऑफिस का काम खत्म होने के बाद अपने क्षेत्र में भी जाते थे एवं सामाजिक कार्यो में हमेशा रूचि रहती थी। शेख जियाउल हसन का प्रशासनिक अनुभव काफी रहा है। वे वर्ष 2017 से 2020 तक भी उदाकिशुनगंज के एसडीएम रह चुके हैं। इसके बाद उनका तबादला सुपौल जिले के त्रिवेणीगंज अनुमंडल में हुआ था। बाद में 2023 में वह पुनः उदाकिशुनगंज के एसडीएम बने। उदाकिशुनगंज में वह पहले बीडीओ, सीओ और सीडीपीओ जैसे पदों पर भी काम कर चुके हैं।उल्लेखनीय हो कि एसजेड हसन 2004 से 2007 तक उदाकिशुनगंज के बीडीओ रहे। इस दौरान वह बिहारीगंज, ग्वालपाड़ा के अतिरिक्त बीडीओ, सीओ, सीडीपीओ के प्रभार में रहें। वह उदाकिशुनगंज के अवर निबंधन पदाधिकारी के भी प्रभार में रहें। वह कड़क आफिसर के रूप में चर्चित थे। अपने काम से लोगों का प्रभावित किया।भागलपुर, एथलेटिक एसोसिएशन भागलपुर के अध्यक्ष ज़ेड हसन उर्फ़ ज़िया ने अपने नेतृत्व में खिलाड़ियों के बीच काफी लोकप्रिय है।
घुड़सवारी को लेकर चर्चा में रहते हैं एसजेड हसन
शेख जियाउल हसन की कार्यशैली उन्हें आम प्रशासनिक अधिकारियों से अलग बनाती है। विशेषकर पर्व-त्योहारों के दौरान वे दियारा क्षेत्र में घुड़सवारी करते हुए शांति और कानून-व्यवस्था बनाए रखने की अपील करते नजर आते थे। उनकी यह शैली न आम लोगों के बीच उनकी लोकप्रियता को बढ़ाती है।हालांकि उन्होंने खुद अभी तक किसी राजनीतिक दल में शामिल होने या चुनाव लड़ने की घोषणा नहीं की है, लेकिन उनकी लोकप्रियता और प्रशासनिक अनुभव को देखते हुए राजनीतिक दलों की नजर उन पर टिकी है।