छपरा :नोटा दबाएगा छपरा का कायस्थ समाज सर्वसम्मति से लिया गया ,निर्णयअंतिम फैसला 2 नवंबर को

Rakesh Gupta
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छपरा :कायस्थ परिवार छपरा-सारण के महासचिव अजय सहाय के आह्वान पर स्थानीय आशीर्वाद मार्केट कॉम्प्लेक्स के सभागार में छपरा की सभी कायस्थ समितियों की एक संयुक्त बैठक आयोजित की गई। बैठक का उद्देश्य समाज के राजनीतिक एवं सामाजिक अस्तित्व पर विचार-विमर्श करना था।

बैठक की शुरुआत दीप प्रज्वलन एवं भगवान चित्रगुप्त जी महाराज के तैल चित्र पर माल्यार्पण के साथ हुई। कार्यक्रम का संचालन कायस्थ परिवार छपरा-सारण के मुख्य संयोजक एवं मिशन 2 करोड़ चित्रांश इंटरनेशनल के राष्ट्रीय युवा अध्यक्ष अभिजीत श्रीवास्तव ने किया तथा इस आयोजन के औचित्य पर विस्तृत रूप से प्रस्तुत किया।

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इस अवसर पर छपरा की प्रमुख संस्थाएँ
श्री चित्रगुप्त समिति , श्री चित्रांश समिति श्री चित्रगुप्त सेवा समिति , कायस्थ चित्रगुप्त सेना तथा मिशन 2 करोड़ चित्रांश इंटरनेशनल से जुड़े सदस्यों की सक्रिय उपस्थिति रही।

बैठक के निर्णायक मंडल में जगदम कॉलेज के प्राचार्य प्रो. के.पी. श्रीवास्तव, कायस्थ परिवार के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. विद्या भूषण श्रीवास्तव, रिटायर्ड बैंक मैनेजर श्री गुप्तेश शंकर, विनीत श्रीवास्तव (प्रसाद पेट्रोल पंप), श्री चित्रांश समिति के रविशंकर श्रीवास्तव ,श्री चित्रगुप्त समिति के सुबोध श्रीवास्तव सहित कई गणमान्य सदस्य उपस्थित रहे।

अपने संबोधन में संयोजक अभिजीत श्रीवास्तव ने कहा
“बिहार को नाम देने वाले सच्चिदानंद सिन्हा, संविधान निर्माता डॉ. राजेंद्र प्रसाद, ‘जय जवान जय किसान’ के नारे के जनक लाल बहादुर शास्त्री और लोकनायक जयप्रकाश नारायण जैसे महान विभूतियों के वंशज आज बिहार की राजनीति में उपेक्षित हैं। एक समय बिहार विधानसभा में 52 कायस्थ विधायक हुआ करते थे, आज उनकी संख्या नगण्य रह गई है। समाज को अब यह तय करना होगा कि वह मार्गदर्शक रहेगा या अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ेगा।”

उन्होंने आगे कहा कि छपरा नगर पालिका में लगभग 15–20 हजार, छपरा विधानसभा में 34 हजार, सीवान में 33 हजार, गोपालगंज में 17 हजार, गया में 1 लाख, पटना में 10 लाख, मुज़फ्फरपुर में 50 हजार, दरभंगा में 56 हजार, तथा मोतिहारी, बेतिया, नरकटियागंज जैसे शहरी क्षेत्रों में बड़ी संख्या में कायस्थ मतदाता निर्णायक भूमिका निभाते हैं।

“कायस्थ समाज को किसी पद या लाभ की चाह नहीं है, हमें केवल सम्मान चाहिए। जो दल समाज का मान-सम्मान बनाए रखेगा, वही हमारे समर्थन का अधिकारी होगा।”

कार्यक्रम की अध्यक्षता राजेश कुमार सिन्हा ‘मिंटू’ ने की। उन्होंने सभी सदस्यों से विचार प्राप्त करने के बाद निर्णायक मंडल की सर्वसम्मति से सारण जिले में आगामी चुनावों में ‘नोटा’ बटन दबाने की अपील की घोषणा की।

बैठक में प्रमुख रूप से सुबोध भास्कर, सूर्य प्रकाश सिन्हा,प्रोफेसर अजीत सिन्हा, अजय सहाय, राजेश वर्मा, सुमन कुमार सोनू, अभिषेक अरुण, मनीष सिन्हा, सुबोध सिन्हा, अंकुर श्रीवास्तव, सौरव श्रीवास्तव, भूपेश नंदन, रूपेश नंदन सहित अन्य चित्रांश बंधुओं ने अपना अपना विचार प्रकट किया तथा कि कोई भी दल इस समाज को कोई तव्वजो नहीं दी है और न ही कोई प्राथमिकता दे रहा है इस कारण ,एक विकल्प के रूप में मार्ग तो तय करना पड़ेगा।

कार्यक्रम के अंत में कमल किशोर सहाय ने सभी अतिथियों एवं उपस्थित सदस्यों का धन्यवाद ज्ञापन किया।कायस्थ परिवार ने ने समाज की एकता, सम्मान और पहचान को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का संकल्प दोहराया।वैसे,अंतिम फैसला दो नवम्बर को लिया जाएगा ।

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