छपरा:भव्य तरीके से संपन्न हुआ राजेंद्र जयंती सह चित्रांश सम्मान समारोह,दो दर्जन से ज्यादा अतिथियों एवं गणमान्य लोगों को किया गया सम्मानित

Rakesh Gupta
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भव्य तरीके से संपन्न हुआ राजेंद्र जयंती सह चित्रांश सम्मान समारोह
राजेंद्र बाबू एक आदर्श व्यक्तित्व के धनी थे: सच्चिदानंद जी महाराज
राजेंद्र बाबू पर और अधिक कार्य होनी चाहिए़:मनीष
दो दर्जन से ज्यादा अतिथियों एवं गणमान्य लोगों को किया गया सम्मानित


डॉ.विद्या भूषण श्रीवास्तव/छपरा: देशरत्न डॉ.राजेंद्र प्रसाद की 141 वीं जयंती पर देर संध्या तक संपन्न हुए जयंती समारोह सह चित्रांश सम्मान 2025 एक यादगार पल एवं ऐतिहासिक कार्यक्रम के रूप में याद किया जाएगा जहां इस मौके पर धार्मिक आचार्यों,शिक्षाविदों,साहित्य एवं संस्कृति प्रेमियों ,समाजसेवियों एवं राजनीतिक नेताओं ने अपने अपने दृष्टिकोण से पूरे कार्यक्रम को एक सूत्र में बांधते हुए राजेंद्र बाबू के आदर्श,विचार,शिक्षा एवं गुणों को सभी के सामने परोसा तथा कायस्थ समाज की एकजुटता पर बल दिया। बाहर से आए मुख्य अतिथि हो,विशिष्ट अतिथि हो या स्थानीय प्रबुद्ध जन हो सभी ने कार्यक्रम के आयोजन एवं इसकी महत्ता को सहज तरीके से स्वीकारते हुए यहां तक कहा कि अब कायस्थ समाज की युवा पीढ़ी पूरी तरह जागृत ही नहीं हो गई बल्कि अपने पूर्वजों को याद करने लगी है।

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कायस्थपरिवार के संयोजकत्व में गठित ” सारण सर्व समिति चित्रांश एकता परिषद ” छपरा द्वारा देशरत्न राष्ट्रपति डाः राजेन्द्र प्रसाद जयन्ती समारोह सह चित्रांश सम्मान का भव्य आयोजन स्थानीय पार्टी क्लब में कार्यकर्ता अध्यक्ष कमल किशोर सहाय की अध्यक्षता में किया गया जिसमें विशिष्ठ अतिथि मथुरा के पीठाधीश्वर चित्रगुप्त पीठ प्रमुख डाः सच्चिदानंद जी महाराज उपस्थित रहे।इसमें अजीत सिन्हा, अनिलेश्वर माधव ,कमल नयन श्रीवास्तव , केःकेःवर्मा , मधुरेश नारायण सिन्हा,हरेन्द्र सिन्हा,गायिका रीना सिन्हा ,गायिका हैपी श्रीवास्तव ,वालीवुड हास्य अभिनेता दीपू श्रीवास्तव ,समाज कल्याण फेडरेशन ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय समन्वयक सत्य नारायण प्रधान , भाजपा एनआर आई सेल के संयोजक मनीष सिन्हा, जदयू के राज्य सचिव मनोज लाल दास मन्नू, कायस्थ समाज के नेता शीतेस रमण,तथा अन्य गणमान्य लोग शामिल हुये।


मंच संचालन कायस्थ परिवार के मुख्य संयोजक अभीजीत श्रीवास्तव एवं सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के संयोजक अभिषेक अरुण ने बहुत सुन्दर तरीके से करते हुए कार्यक्रम की रूपरेखा को रखा जबकि अध्यक्ष राजेश कुमार सिन्हा मिंटू ने इस आयोजन के औचित्य पर विस्तार से प्रकाश डाला। इस कार्यक्रम में सभी को विभिन्न चित्रांश समितियों ,संगठनों के मुख्य संरक्षक गणों,अतिथियों एवं सम्मानित लोगो को सारण सर्व समिति चित्रांश एकता परिषद से जुड़े पदाधिकारियों द्वारा अंगवस्त,सम्मान पत्र,और राजेंद्र प्रसाद जी का मोमेन्टो देकर सम्मानित किया गया।हरेन्द्र सिन्हा ने पटनासाहिब से कायस्थ समाज द्वारा निकलने वाली पत्रिका “कलमजीवी” को पीठाधीश्वर महाराज जी को समर्पित किया।साथ ही कलम के पुजारियों को “कलम” भी भेंट किया गया।


पीठाधीश्वर सच्चिदानंद जी महाराज ने बहुत सुन्दर संबोधन किया कहा कि राजेंद्र बाबू एक आदर्श व्यक्तित्व के धनी थे।मनीष सिन्हा ने कहा कि राजेंद्र बाबू पर और अधिक कार्य होनी चाहिए।उन्होंने पटना में भव्य प्रतिमा स्थापित करने के प्रयास को विस्तार से रखा।
हरेन्द्र सिन्हा और श्रीमती रीना सिन्हा ने सुन्दर गीत सुनाकर सबको विभोर कर दिया।


बहरहाल देशरत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद जयंती समारोह अत्यंत भव्य, अनुशासित और ऐतिहासिक रूप से सम्पन्न हुआ। शहर की सभी चित्रांश समितियों को एक मंच पर लाकर सारण सर्व-समिति चित्रांश एकता परिषद के बैनर तले अद्वितीय एकजुटता का प्रदर्शन किया गया।


प्रारंभ में कार्यक्रम की शुरुआत शाम 5:30 बजे दीप प्रज्वलन, चित्रगुप्त वंदना, गुरुजी सम्मान तथा राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त नृत्यांगना अनीषा की गणेश वंदना से हुई। इस आयोजन के मुख्य अतिथि मथुरा चित्रगुप्त पीठ के पीठाधीश्वर डॉ. सचिदानंद महाराज रहे, जबकि विशिष्ट अतिथि के रूप में बॉलीवुड के प्रसिद्ध हास्य कलाकार दीपू श्रीवास्तव की उपस्थिति कार्यक्रम का प्रमुख आकर्षण बनी। दोनों अतिथियों ने छपरा पहुँचकर समाज की एकता, व्यवस्था एवं मंच संचालन की अत्यंत प्रशंसा की और प्रसन्नता व्यक्त की। जिनमें प्रमुख थे भाजपा एनआरआई सेल के प्रमुख संयोजक मनीष सिन्हा, समाज कल्याण फेडरेशन के संयोजक सत्य नारायण प्रधान, इफको के राष्ट्रीय संयोजक अजीत सिन्हा, बिहार कोकिला पद्मश्री स्व. विंध्यवासिनी देवी की बहू रीना सिन्हा, आदि चित्रगुप्त मंदिर के कमल नयन श्रीवास्तव, वरिष्ठ साहित्यकार-कवि कमल किशोर ‘कमल’, कवि हरेंद्र सिन्हा, कुम्हरार से शितेश रमन तथा बस्ती (उ.प्र.) के पूर्व विधानसभा प्रत्याशी एवं सत्य सनातन संघ के प्रमुख मनोज कुमार श्रीवास्तव। इसके अलावा कई सम्मानित अतिथि, जिनमें उत्तर प्रदेश के कुछ मंत्री एवं नेपाल के राजनीतिक प्रतिनिधि भी आमंत्रित थे, राजकीय कार्यों में व्यस्तता के कारण उपस्थित नहीं हो पाए। समारोह का मंच संचालन मुख्य संयोजक अभिजीत श्रीवास्तव एवं सांस्कृतिक प्रकोष्ठ प्रमुख अभिषेक अरुण ने किया।

आयोजन समिति में—अध्यक्ष: राजेश कुमार सिन्हा ‘मिंटू जी’, महासचिव: अजय सहाय, कोषाध्यक्ष: राजेश वर्मा, प्रवक्ता: आनंद विवेक, सचिव: अजीत कुमार, उपाध्यक्ष एवं कार्यक्रम अध्यक्ष: कमल किशोर सहाय, चित्रांश समिति के महासचिव: पंकज कुमार वर्मा विवेक आनंद ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। युवा कार्यकर्ताओं में अभिजीत सिन्हा, सौरव श्रीवास्तव, सागर श्रीवास्तव, अंकुर सिन्हा, रूपेश नंदन ,मुकेश कुमार ,अंकुर श्रीवास्तव , मृत्युंजय श्रीवास्तव आदि सक्रिय रहे। महिला टीम में महिला नेत्री श्रीमती सुनीता विवेक, कंचन कुमारी, सोनी वर्मा, सुष्मा कुमारी, प्रीति वर्मा, राखी सिन्हा, सुष्मिता पल्लवी तथा संयोजिका सुचित्ता श्रीवास्तव उपस्थित रहीं। कार्यक्रम में चित्रांश सम्मान 2025 के अंतर्गत अतिथि सम्मान, महिला सम्मान और स्थानीय सम्मान के तीन चरण आयोजित किए गए।

इसके उपरांत सांस्कृतिक कार्यक्रम में गीत-संगीत प्रस्तुतियाँ और दीपू श्रीवास्तव का हास्य-व्यंग्य शो “हँसी के फुहारे” ने पूरे सभागार को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम के दौरान छपरा की अन्य समितियों के सभी संरक्षकों एवं प्रमुख सदस्यों को भी बड़े सम्मान के साथ मंच पर आमंत्रित कर सम्मानित किया गया। सम्मानित व्यक्तित्वों में श्री चित्रांश समिति के डॉ. प्रो. एम.के. शरण, बृजेंद्र कुमार सिन्हा, चित्रगुप्त सेवा समिति के कैलाशपति प्रसाद एवं प्रो. के.पी. श्रीवास्तव, वरिष्ठ अधिवक्ता परशुराम नाथ श्रीवास्तव, संयोजक धनंजय श्रीवास्तव, सामाजिक कार्यकर्ता अजीतेश किरण (फ्लेक्स यूनिट), अमितेश राजन तथा सुधीर कुमार शामिल थे। कार्यक्रम स्थल पर इन सभी सम्मानित अतिथियों को चित्रगुप्त भगवान की सुंदर प्रतिमा भेंटस्वरूप प्रदान की गई। इसी क्रम में कार्यक्रम कवरेज हेतु उपस्थित मीडिया बंधुओं का भी विशेष रूप से सम्मान किया गया, जिन्हें डायरी, पेन एवं अंगवस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। अंत में कार्यक्रम अध्यक्ष कमल किशोर सहाय द्वारा धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया गया और समारोह सफलता पूर्वक सम्पन्न हुआ। इस अद्वितीय आयोजन की व्यापक सराहना हुई और इसे चित्रांश समाज की एकता, जागरूकता और नए सकारात्मक ऊर्जा-संदेश के रूप में देखा गया।

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