- निर्माण एजेंसी के साथ जिला प्रशासन ने बैठक कर लिया निर्णय
- एजेंसी द्वारा बांध पथ पर भारी वाहनों के परिचालन का सांसद रुडी ने संज्ञान लिया
- रुडी ने कहा, छोटे वाहनों के परिचालन लायक ही बांध का पथ का निर्माण हुआ
- कार्यस्थल से 8 किलोमीटर दूर है निर्माण एजेंसी का कैंप, भारी वाहनों से होता है माल ढुलाई
छपरा: भारतमाला परियोजना के तहत NH 139W की निर्माण एजेंसी द्वारा निर्माण कार्य पूरा होने के बाद रेवा बांध पथ का भी क्षतिग्रस्त हिस्से का निर्माण करेगी। सारण क्षेत्र के विकास के लिए स्थानीय सांसद सह पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री राजीव प्रताप रुडी आधारभूत संरचनाओं के विकास पर हमेशा से जोर देते रहे है। इससे जुड़ी छोटी से छोटी समस्या पर त्वरित कार्रवाई करते है। इसी संबंध में सांसद को शिकायत प्राप्त हुई थी कि भारतमाला परियोजना के तहत निर्माणाधीन NH 139W की निर्माण एजेंसी द्वारा कार्यस्थल से 8 किलोमीटर दूर सोनपुर-दरिहारा रोड बांध पथ पर शिकारपुर गाँव में अपना मुख्य कैंप स्थापित किया हैं और निर्माण सामग्री वाले भारी वाहनों का परिचालन बांध पथ से कराया जा रहा है |
जिससे इस बांध पर 8 या 9 किलोमीटर तक क्षतिग्रस्त होने की संभावना अधिक है। शिकायत मिलने पर सांसद ने इसकी जांच करवाई और पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री प्रत्यय अमृत को पत्र लिखा, साथ ही सांसद ने जिलाधिकारी सारण और कार्यपालक अभियंता पथ निर्माण विभाग से बात की। इसके बाद निर्माण एजेंसी एकलव्या एचएसजी डीकेवाई (जेवी) के साथ बैठक कर यह निर्णय हुआ जिसे निर्माण एजेंसी ने लिखित रूप से दिया है।
श्री रुडी की पहल पर जिलाधिकारी के निर्देशानुसार पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता, विभाग के अन्य अधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी की निर्माण एजेंसी के साथ एक बैठक हुई जिसमें निर्माण एजेंसी द्वारा यह आश्वस्त किया कि निर्माणा के दौरान उनके द्वारा उपयोग किये जा रहे पथ में कोई समस्या नहीं आयेगी। इसके बाद साढ़े छह किलोमीटर पथ जिसका निर्माण एजेंसी द्वारा एक महीने से डेढ़ महीने तक ही किया जायेगा, कार्य समाप्त होने के बाद पुराने मानकों के अनुरूप इसको सुदृढ़ किया जाएगा।
निर्माण एजेंसी द्वारा लिखित रूप से यह देने पर श्री रुडी ने जिला प्रशासन को अपनी सहमति प्रदान की और कहा की सड़क, सुरक्षा और ग्रामीण जनता की सहूलियत किसी भी प्रकार से प्रभावित न हो यह सुनिश्चित करने का कहा। उन्होंने कहा कि 22 किलोमीटर के रेवा घाट के इस बांध पथ और के लिए आवश्यक और महत्वपूर्ण निर्णय है। उन्होंने कहा कि यह भी सुनिश्चित हो कि कार्य पूरी गुणवत्ता से हो और समय पर पूरा हो। विभागीय अधिकारी परियोजनाओं की नियमित अंतराल पर समीक्षा करें। फील्ड विजिट करें और कार्य की गुणवत्ता सुनिश्चित कराएं।