*आप उपाध्यक्ष कीर्ति पाठक ने राज्यपाल को लिखा पत्र
*ब्लैकमेल कांड सामाजिक समरसता के टूटने की झांकी
(हरिप्रसाद शर्मा) अजमेर/राजस्थान सरकार द्वारा एसआईटी के गठन के बाद से बिजयनगर केस में जांच के स्थिर हो जाने से स्थानीय जनता अब सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन कर रही है। इसी बीच आप राजस्थान प्रदेश उपाध्यक्ष कीर्ति पाठक ने कहा कि निष्पक्ष जांच के लिए मामले को सीबीआई को सौंपा जाना चाहिए। इसे लेकर उन्होंने राजस्थान के राज्यपाल को एक मांग पत्र भी भेजा है। जिसमें मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की गई है।
उन्होंने प्रदेश सरकार पर भी हमला बोला है। आप राजस्थान उपाध्यक्ष कीर्ति पाठक ने कहा कि बिजयनगर ब्लैकमेल कांड सामाजिक समरसता के टूटने की झांकी है। एक विशेष राजनीतिक पार्टी द्वारा चलाए जा रहे विशेष एजेंडे के कारण समाज में तेजी से ध्रुवीकरण हो रहा है। वहीं, प्रदेश की बच्चियों के साथ हो रहे अनाचार को एक अलग स्वरूप दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बिजयनगर बलात्कार कांड को ‘लव जिहाद’ का रूप देने में विशेष राजनीतिक पार्टी मुखर थी, लेकिन जैसे ही सफेदपोशों की संलिप्तता सामने आने लगी, नागरिकों द्वारा सीबीआई जांच की मांग उठने लगी तो सत्ताधारी पार्टी के लोगों ने मौन धारण कर लिया।
*सीबीआई जांच की मांग
उन्होंने मांग की कि विजयनगर में मासूम बच्चियों के साथ हुए जघन्य अपराध की तह तक पहुंचने और अनुसंधान में स्थानीय स्तर पर किसी भी प्रकार की दखलंदाजी रोकने के लिए मामले को सीबीआई को सौंपा जाए। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी विजयनगर की आम जनता के साथ है और पीड़ित बच्चियों को न्याय दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है। आम आदमी पार्टी बिजयनगर के वरिष्ठ कार्यकर्ता और अजमेर देहात के संयुक्त सचिव महेश कुमार शर्मा ने भी मांग करते हुए कहा कि अगर यह लव जिहाद का मामला है तो इसकी फंडिंग और इसमें शामिल सफेदपोशों की संलिप्तता की गहन जांच की जाए। सीबीआई जांच से ही पीड़ित पक्ष को न्याय मिल सकता है।