*पूरे मारवाड में हिंदू सनातन धर्म, संस्कृति व शिक्षा का प्रचार-प्रसार -गिरि
समारोह में मुख्य अतिथि श्री सावित्री पीठाधीश्वर व श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज रहे
राजस्थानः
सिद्धपीठ श्री दूधेश्वर महादेव मंदिर गाजियाबाद के पीठाधीश्वर, श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा के अंतर्राष्ट्रीय प्रवक्ता व दिल्ली संत महामंडल के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज राजस्थान में सात दिवसीय धर्म (हरिप्रसाद शर्मा)ग़ाज़ियाबाद/जागरण चेतना यात्रा व देव दर्शन यात्रा के दौरान दूसरे दिन रविवार को कॉंखी रैलों की ढाणी मारवाड में नारेली माताजी मंदिर पर्वत के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में विशिष्ट अतिथि की हैसियत से गाजियाबाद के पीठाधीश्वर श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज शामिल हुए।
समारोह में नारेजी माताजी, गणेश जी, इंद्रदेव, गौरा भैरू, सुखनाहर सिंह, धर्मराजा, काला भैरू, वरूणदेव की प्रतिमाओं की स्थापना विघि-विधान के साथ की गई। समारोह के मुख्य अतिथि श्री सावित्री पीठाधीश्वर गादीपति ब्रहमधाम आसोतरा तुलसाराम महाराज थे । जबकि नृत्य गोपाल राम महाराज की अध्यक्षता व गोपाल राम महाराज की देखरेख में हुआ। पीठ पूजा मंगलास्टक पठन, प्रतिमाओं को कलश दंड प्रसाद व शिखर प्रवेश शुभ दृष्टि साधनम तव न्यास, जीवन न्यास प्राण प्रतिष्ठा कर्म, विशेष प्राण प्रतिष्ठा मिथुन लग्न में फल हवन, लक्ष्मी हवन, दिग्पाल, क्षेत्रपाल पूजन और द्वार खोलना, हार चढाना, हवन महाभोग, देवताओं को पूर्णाहुति एंव महाआरती प्रार्थना, प्रसादोत्सर्ग व आशीवर्चन के बाद महाप्रसादी में हजारों संतों व भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया।
मुख्य अतिथि श्री सावित्री पीठाधीश्वर गादीपति ब्रहमधाम आसोतरा तुलसाराम महाराज ने कहा कि श्री नारेली माताजी मंदिर पर्वत में देव प्रतिमाओं की स्थापना होने से कॉंखी रैलों की ढाणी मारवाड ही नहीं आसपास के क्षेत्रों में भी आध्यात्म की गंगा बहेगी। विशिष्ट अतिथि दिल्ली संत महामंडल के अध्यक्ष श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने कहा कि श्री नारेली माताजी मंदिर पर्वत कॉंखी रैलों की ढाणी ही नहीं पूरे मारवाड में धर्म, आध्यात्म का प्रमुख केंद्र बनेगा और हिंदू सनातन धर्म, भारतीय संस्कृति व भारतीय शिक्षा का प्रचार-प्रसार करेगा ।
समारोह में प्रतिष्ठा यज्ञ आचार्य ज्योतिषाचार्य औझा अश्विनी कुमार, प्रतिष्ठा कर्म ब्रहमा ज्योतिषी भंवरलाल, यजुर्वेद संहिता षटि ज्योतिष विद्या विशारद भागवताचार्य प्रतिष्ठा कमार्चार्य जगदीश भाई, नवचंडी यज्ञ आचार्य ज्योतिष विभूषण गोपीलाल शास्त्री, नवचंडी कर्म ब्रहमा अरूण कुमार दवे व नवचंडी यज्ञ कर्माचार्य मनोज भाई दवे ने विधि-विधान के साथ प्राण प्रतिष्ठा कराई।
विधायक प्रताप पुरी महाराज, विधायक हमीर सिंह भायल, गंगानाथ महाराज, निर्मल दास महाराज, उम्मेद गिरि महाराज, हेत गिरि महाराज, पारस भारती महाराज, रणछोड भारती महाराज, जालाराम महाराज, परसिंग दास महाराज, भीम गिरि महाराज, जयराम महाराज, असलनाथ महाराज, सोम गिरि महाराज, गोविंदवन्न महाराज, सेवा भारती महाराज, भोपा भारती महाराज, चेतनानंद महाराज, समय गिरि महाराज, राघवदास महाराज, नारायण भारती महाराज, बालकदास महाराज, भोला भारती महाराज, श्रेष्ठाईनाथ महाराज, डमरूगिरि महाराज, मसखराम सैन, जोगाराम देवासी, सावंलाजी भोपाजी, भक्त हेम सिंह चौहान, भक्त ओवाजी देवासी, सुमेर सिंह धवेचा, धु्रप सिंह, ठाकुर चतुर सिंह काखिके स्वरूप सिंह दहिया, छोटू सिंह आदि मौजूद रहे। मंच संचालन नवरत्न सोनी ने व व्यवस्था निरीक्षण ठाकुर दुर्ग सिंह ने किया।