भागलपुर: अजगैविनाथ धाम में गंगा दशहरा को लेकर भक्तों का उमड़ा जन सैलाब।

Rakesh Gupta
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|भागलपुर, बिहार न्यूज लाईव। मंगलवार को भागलपुर जिले के सुलतानगंज के अजगैविनाथ धाम में गंगा दशहरा को लेकर भक्तों का उमड़ा जन सैलाब। लाखों भक्तों ने गंगा दशहरा के दिन अजगैविनाथ के उत्तरवाहिनी गंगा घाट में किया गंगा स्नान व गंगा घाट व मंदिरों में पुजा अर्चना किया। अजगैबीनाथ गंगा घाट पर अपने पूर्वजों की आत्मा का उद्धार करने होती है। इसी दिन साल का आखिरी बड़ा धाम में हर साल ज्येष्ठ माह में शुक्ल पक्ष के लिए गंगा को पृथ्वी पर लेकर आए थे।

 

मंगल भी रहेगा। ऐसे में साधक पर मां गंगा की दशमी तिथि को मां गंगा की पूजा इसी कारण गंगा को भागीरथी भी कहा और हनुमान जी की कृपा बरसेगी गंगा अर्चना की जाती है। इस तिथि को गंगा जाता है। हिंदू धर्म में गंगा को मां का दर्जा दशहरे के दिन श्रद्धालु जिस भी वस्तु दशहरा या गंगा अवतरण भी कहा जाता दिया गया है। गंगाजल बहुत ही पवित्र और दान कर उनकी संख्या दस होनी चाहिए ऐसी मान्यता है कि इस दिन गंगा स्नान पूजनीय माना जाता है। किसी भी शुभ और जिस वस्तु से भी पूजन करें उनकी करने से मनुष्य के सारे पाप धुल जाते हैं।

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कार्य और पूजा अनुष्ठान में गंगाजल का संख्या भी दस ही होनी चाहिए। ऐसा करने इसी दिन मां गंगा का पृथ्वी पर अवतरण प्रयोग जरूर किया जाता है। गंगा से शुभ फलों में और अधिक वृद्धि होती हुआ था। इसी को लेकर आज सुल्तानगंज भवतारिणी हैं। इसलिए हिंदू धर्म में गंगा गंगा दशहरे का फल ज्येष्ठ शुक्ल दशमी उत्तरवाहिनी गंगा तट पर हजारों की दशहरा का विशेष महत्व माना जाता है।

 

दिन गंगा स्नान करने से व्यक्ति के दस संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान इसलिए इस दिन गंगा घाट पर श्रद्धालुओं प्रकार के पापों का नाश होता है। इन दस फलदाई माना जाता है। कर मां गंगा की पूजा अर्चना की ऐसी की भारी भीड़ देखने को मिलती है। इस पापों में तीन पाप कायिक, चार पाप मान्यता है की आज ही के दिन भागीरथ दिन गंगा के घाट पर भव्य गंगा आरती भी वाचिक और तीन पाप मानसिक होते हैं।इन सभी से व्यक्ति को मुक्ति मिलती है। गंगा दशहरा के दिन स्नान-दान का विशेष महत्व है।

 

हिंदू मान्यता के अनुसार गंगा का दशहरा के दिन गंगा नदी में स्नान करने से जीवन में आ रही समस्याएं दूर हो जाती हैं। इस विशेष दिन 10 चीजों के दान को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जा रहा है। बता दें है कि गंगा दशहरा के दिन जल, अन्न, वस्त्र, के फल, पूजन, श्रृंगार, घी, नमक, शक्कर और स्वर्ण का दान करना बहुत ही शुभ होता है।

 

 

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