पटना: आपदा इंस्पेक्टर ने सर्पदंश से बचने का उपाय बताया।सांप जहरीला प्राणी है, इस से दूर रहें, आपदा इंस्पेक्टर

Rakesh Gupta
- Sponsored Ads-

 

 

बिहार न्यूज़ लाइव पटना डेस्क:  सनोवर खान ब्यूरो रिपोर्ट/ पटना:नागरिक सुरक्षा प्रशिक्षण संस्थान आनंदपुर बिहटा पटना में आयोजित नौवां दिन, श्री अरविंद पांडेय, पुलिस महानिदेशक, सह नागरिक सुरक्षा आयुक्त, पटना बिहार के दिशा निर्देश पर आयोजित सतवा बैंच अररिया जिला सामुदायिक वोलोटियर आपदा मित्र के नौवें दिन, आपदा जोखिम न्यूनीकरण प्रबंधन प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत सभी प्रशिक्षकों को सर्पदंश से बचने और बचाव के बारे में मॉकड्रिल द्वारा ट्रेंनिंग आपदा इंस्पेक्टर ने दी।

सर्प एक जहरीला प्राणी है, लेकिन डरपोक प्राणी भी है, डर के बदौलत ही सर्पदंस करता है।
बिहार में भी खतरनाक जहरीले सर्प पाए जाते हैं जिसमें मुख्य रुप से कोबरा, किंग कोबरा, करईथ कमनकरईथ, रसैल वाईपर, वाटर वाइपर, वृक्ष वाईपर, इत्यादि बिहार के क्षेत्रों में मिलते हैं ।

- Sponsored Ads-

इंस्पेक्टर गणेश जी ओझा ने बताया कि, हिंदू धर्म में सांप को देवता का दर्जा दिया गया है। और नाग पंचमी को नाग पूजन का विशेष पर भी मनाया जाता है। परंतु यह भी पूर्णता सत्य है कि, *सांप* और नाग धरती पर सबसे विषैले जंतुओं में से एक हैं।

 

जिसे काटने पर पीड़ित व्यक्ति की मृत्यु होना भी संभव है। कभी भी सांप काटे हुए व्यक्ति को झाड़-फूंक ओझा, गुनी, पीर, हकीम, के चक्कर में ना पड़े सीधे अस्पताल ले जाएं एंटी वेनम इंजेक्शन लगाएं। सांप के काटने पर यह बातें अम्ल में लाएं। सांप काटने पर सबसे पहले उस व्यक्ति को सीधा लेटा दे, बिना विलंब किए जल्दी से जल्दी अस्पताल ले जाएं। पीड़ित व्यक्ति के शरीर पर से सारी चीजें जैसे घड़ी, काडा, कंगन, अंगूठी, पायल, चैन और जूते, चप्पल, आदि सभी चीजें उतार लें, व्यक्ति को बेहोश नहीं होने दे, अगर वह बेहोशी की हालत में है तो उसकी सांसो पर ध्यान रखें, और गर्माहट प्रदान करने का पूरा प्रयास करें।

 

पीड़िता को सीधा कर रखें अन्यथा शरीर में हलचल होने से जहर फैल सकता है। जहरीले सर्प के दो दांतो का निशाना होता है। सांप डंक जिस जगह किया है, उस जगह को काटना, चुसना, दबाना, बिल्कुल ना करें। सर्पदंश के आस्थान से 2 इंच ऊपर कपड़े की पट्टी यहां टूर्निकेट गांठ बांधकर जल्द से जल्द अस्पताल ले जाएं जिससे कि मरीज की जान बच जाए इस कार्यक्रम में, मुख्य रूप से एसडीआरएफ बिहार के कार्मिक, सिविल डिफेंस के कार्मिक सहयोगी रहे ।

 

 

- Sponsored Ads-

Share This Article