डॉ रामेश्वर सिंह का खेल और दिव्यांग के प्रति प्रेम हुआ जग जाहिर, इस तरह के सामाजिक कार्य करके मिलता है आत्म संतुष्टि
कोई भी दिव्यांग बच्चा विकास से नहीं रह जायेगा वंचित :डॉ रामेश्वर सिंह
सीवान:-सारण के प्रसिद्ध सर्जन डॉ रामेश्वर सिंह समाजसेवा के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने को लेकर सदैव चर्चा में रहते हैं।आम लोगो में उनकी खूब प्रशंसा होती है,लेकिन इस बार खेल प्रेमियों और दिव्यांगों के प्रति काम करने की चाहत को लेकर वे काफी चर्चा में है।लोगों का कहना है कि डॉ साहब जैसे व्यक्ति जब आगे आ जायेंगें ,तब कोई भी दिव्यांग बच्चा विकास से वंचित नहीं रह जायेगा।खेलो के माध्यम से बच्चों को मुख्यधारा से जोड़ने का सही माध्यम बनाया जा सकता है।
सनद रहे कि सिवान शहर के श्री साईं मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल के चेयरमैन डाक्टर रामेश्वर सिंह एक बहुत सफल सर्जन हैं और समाजसेवा में निरंतर लगे रहते हैं ।वे समाज के हाशिये के लोग को मुख्यधारा में जोड़ने हेतु निरंतर लगे रहते हैं। गरीबों के हितार्थ हमेशा तत्पर रहते हैं। इनके इस प्रयास व कार्य की चर्चा लोगों के बीच खूब होती है ।सिवान के लोग डॉ रामेश्वर को बहुत पसंद करते हैं। डॉक्टर को धरती का भगवान का रूप कहा जाता है। डॉ रामेश्वर डॉक्टर शब्द के इस अर्थ को भी सार्थक करते हैं।
उन्होंने बताया कि खेल और दिव्यांग के प्रति जो कार्य करने से जो सुखद अनुभूति होती है वह मेरे जीवन के लिए अनमोल है।इन लोगों का कोई भी कार्य करके मन को बहुत शांति मिलता है।आज और कल दो दिनों में हमारे हॉस्पिटल में दो खिलाड़ियों का सहयोग और सेवा करने का मुझे सौभाग्य प्राप्त हुआ। पहले खिलाड़ी सोहेल खान दरौंदा के, सोहेल खान फुटबॉल एकेडमी चलते हैं तथा अपना टूर्नामेंट जीत कर अपने ट्रॉफी के साथ मेरे क्लीनिक में आकर मिले मुझे बहुत ख़ुशी हुई। मैं उनके सहयोग के लिए हमेशा आगे खड़ा हूं और रहूंगा इसका वचन दिया। दूसरी खिलाड़ी एक मरीज के रूप में मेरे पास आई जो एक 15 साल की छोटी बच्ची है जो अंडर 15 बिहार क्रिकेट टीम के लिए खेलती हो और यहां सिवान के प्रतिष्ठित पप्पू अकादमी में क्रिकेट का अपना प्रशिक्षण प्राप्त कर रही है।उसका इलाज कर उसका सहयोग करने का मौका मिला। चिकित्सक होने के नाते यह मेरा सौभाग्य रहा है कि मुझे हमेशा खेल और खिलाड़ियों को सहयोग करने का मौका मिला है। मैं पिछले 18 साल के सिवान में अपने सेवा काल में जहां तक हो सका है हर खिलाड़ी को आर्थिक रूप से तथा मनोबल बढ़ाने में सहयोग करता रहा हूं। मेरा यह हमेशा मानना रहा है कि युवाओं की ऊर्जा को खेल के माध्यम से एक सकारात्मक रूप दिया जा सकता है। सिवान में खेल और खिलाड़ियों की प्रोत्साहन में मेरा निम्नलिखित योगदान रहा है।
1. सिवान अवस्थित रानी लक्ष्मीबाई फुटबॉल एकेडमी जो मैरवा में उपस्थित है तथा उसके संचालक संजय पाठक जी को उनकी शुरुआती संघर्ष के दिनों में, मैंने उन्हें हर तरह से आर्थिक तथा मानसिक रूप से सहयोग दिया तथा उनका मनोबल बढ़ाने का काम किया। बाद में इस संस्था को हमारे डॉक्टर की एक संस्था आईएमए ने गोद ले लिया जो आज फल फूल रहा है और सिवान प्रदेश तथा देश का नाम रोशन कर रहा है।
2. सिवान की ही एक और दूसरी फुटबॉल एकेडमी नाशा क्लब को मैंने हमेशा प्रोत्साहित किया है तथा स्वास्थ्य तथा इंजरी के किसी भी स्थिति में उनकी ऑफिशियल फिजियोथेरेपिस्ट डॉक्टर के रूप में क्लब में स्थापित हूं तथा पिछले 10 साल से उनके साथ कदम से कदम मिलाकर खड़ा हूं।साइ हॉस्पिटल एवं मैं डॉक्टर रामेश्वर उनकी किसी भी खिलाड़ियों की किसी भी इंजरी के स्थिति में हर तरह की चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराती रही है।
3. मैं सिवान जिला कबड्डी संघ काम में प्रधान संरक्षक भी रहा हूं तथा सिवान जिला कबड्डी टीम के लिए समय-समय पर किट की व्यवस्था तथा जाड़े के दिनों में ट्रैक सूट की व्यवस्था पूर्व में कराया है। कबड्डी के खिलाड़ियों को चोट लगने पर निशुल्क चिकित्सा की व्यवस्था भी हमारे द्वारा समय-समय पर किया गया है। सीनियर राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी रजनी कुमारी जो गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक कॉलेज गोपालगंज में एलडीसी क्लर्क के रूप में कार्यरत है उसकी शुरुआती संघर्ष के दिनों से मैं उसका मार्गदर्शक किया है।
4. मैंने अपने गांव सरार के प्रतिभावान खिलाड़ियों को प्रोत्साहित कर गांव का एक कबड्डी टीम बनाया तथा उसका संरक्षण किया जिसने बिहार स्टेट में खेल कर कई पदक प्राप्त किया। यह टीम भारत कबड्डी लीग छपरा सारण 2018 में थर्ड पोजिशन पर रही तथा बिहार राज्य जिला कबड्डी खेल प्रतियोगिता 2018 में चौथा स्थान बेगूसराय में प्राप्त किया।
5. मैं सिवान बॉल बैडमिंटन टीम का पूर्ण पूर्व अध्यक्ष रह चुका हूं तथा मेरे द्वारा मैरवा स्थित बाल बाल बैडमिंटन टीम के सचिव विशाल सिंह के माध्यम से बॉल बैडमिंटन की तमाम लड़का एवं लड़की खिलाड़ियों के लिए समय-समय पर जर्सी दिया गया है तथा उनको हमारे अस्पताल में स्वास्थ्य की अन्य सुविधाएं भी प्रदान की गई है।
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6. अभी हाल में मैं सीवान जिला डिफ्रेटली- एबल्ड क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ़ बिहार का प्रेसिडेंट भी हूं तथा इस पद पर रहते हुए हम लोगों ने राष्ट्रीय स्तर पर दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए क्रिकेट का आयोजन सिवान में कराया है।जिसमे बिहार ,हिमाचल प्रदेश ,पश्चिम बंगाल राज्यों की टीम ने हिस्सा लिया था।इसके लिए मैं डिफरेंटली एबल्ड क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बिहार(डीसीएबी) के तमाम पदाधिकारी तथा राज स्तरीय एवं राष्ट्रीय स्तर के तमाम अधिकारियों का तहे दिल से धन्यवाद देता हूं उनके सहयोग के बिना इतनी बड़ी उपलब्धि सिवान में पाना नामुमकिन था।
7. सिवान एथलेटिक्स संघ एवं बिहार राज्य संघ मत्सोगी दो संघ की सचिव डॉक्टर अमीरुल हक के संरक्षण में प्रशिक्षण पा रहे तमाम एथलीट्स के खिलाड़ियों जिन्होंने राज्य स्तरीय एवं राष्ट्रीय स्तर के प्रतियोगिताओं में अपना परचम लहराया है उनको श्री साइ हॉस्पिटल एवं डॉक्टर रामेश्वर कुमार ने हमेशा निशुल्क ट्रॉमा चिकित्सा परामर्श और इलाज की सुविधा प्रदान की है तथा समय-समय पर उन खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाने का भी काम किया है। इनके एक खिलाड़ी श्री पदम गिरी ने एशियाई खेलों में स्वर्ण प्राप्त कर ना बल्कि सिवान का बिहार और देश का मान बढ़ाया है। मुझे ऐसे खिलाड़ी श्री पदम गिरी जी को भी चिकित्सीय सलाह देने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है।
8. सिवान जिला ग्रेपलिंग संघ के संरक्षक के रूप में भी मैं डॉक्टर रामेश्वर कुमार, श्री साइ मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल सिवान में राष्ट्रीय और एवं अंतर्राष्ट्रीय स्वर्ण पदक विजेता 12 ग्रेपलिंग खिलाड़ियों एवं उनके परिजनों को अंग वस्त्र फूल माला मोमेंटो एवं सभी खिलाड़ियों को खेल वस्त्र देकर सम्मानित किया है। साथ ही राष्ट्रीय ग्रेपलिंग कोच एवं अंतर्राष्ट्रीय रेफरी मनीष तिवारी को मोमेंटो एवं बुके देकर उनको सम्मानित किया है तथा इस खेल को बढ़ावा देने के लिए सिवान के होनहार ग्रेपलिंग खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के लिए एक कार्यक्रम श्री साइ हॉस्पिटल के सभागार में आयोजित किया।
9. सिवान के शान और किसी परिचय की मोहताज नहीं रहने वाले कैप अकादमी तथा उसके मुख्य संरक्षक कोच खिलाड़ी मोहम्मद कैफ एवं उनकी तमाम खिलाड़ियों के लिए जिन्होंने अपने हुनर एवं परिश्रम के दम पर सिवान का शान बरकरार रखा है,के लिए मैं, हमेशा अपने तन मन धन के साथ खड़ा रहा हूं और उनके मनोबल को बढ़ाने के लिए कार्य करते रहा हूं।
10. सिवान के प्रतिष्ठित संस्थान नरेंद्रपुर अवस्थित “परिवर्तन” के साथ जुड़कर भी उसके तमाम खिलाड़ियों को समय-समय पर चिकित्सीय परामर्श एवं सलाह देते रहा हूं।
11. “रूट केयर संस्थान” के कोर टीम के मेंबर के रूप में कार्य करते हुए सिवान में विभिन्न जगहों पर विभिन्न प्रकार के खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन तथा खिलाड़ियों का समान सम्मान समारोह का हिस्सा बनाकर उनका मनोबल बढ़ाया है। रूट केयर संस्थान केवल खेल और खिलाड़ियों के लिए ही नहीं बल्कि आम बच्चों में शिक्षा स्वास्थ्य एवं रोजगार के औसत प्रदान करने के लिए कार्य करती रही है और इसका हिस्सा बनाकर कार्य करना मेरे लिए हमेशा सौभाग्य की बात रही है।
12. इसके अलावा पिछले 17 18 साल में सिवान के विभिन्न खेल के टूर्नामेंट में किसी तरह के सहयोग एवं सहभागिता अथवा चिकित्सकों खिलाड़ियों को चिकित्सीय परामर्श के रूप में मदद करते रहना चाहे वह डॉक्टर अशरफ अली द्वारा आयोजित बड़हरिया का फुटबॉल मैच हो या सद्भावना कप फुटबॉल मैच हो या सिवान के विभिन्न जगहों में आयोजित छोटे-बड़े क्रिकेट फुटबॉल क्रिकेट बैडमिंटन या कबड्डी की प्रतियोगिता हो उसमें मेरी सहभागिता सहयोग एवं प्रोत्साहन हमेशा रहा है।