अररिया: हिन्दू-मुस्लिम एकता का प्रतीक है वीरनगर ईदगाह की ईद

Rakesh Gupta
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फोटो: दाहिने ओर से दूसरे नम्बर पर दवाई व्यवसाय मनोज कुमार के साथ मुस्लिम समाज के लोग.

बिहार न्यूज़ लाइव अररिया डेस्क अररिया सिंह| भरगामा अररिया.

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रमजान माह के 30 रोजे पूरे होने के बाद बुधवार को ईद का चांद दिखाई देने के बाद गुरूवार को मुस्लिम समाज ने ईदुल फितर हर्षोल्लास के साथ मनाया. वीरनगर ईदगाह पर जहां हजारों अकिदतमंदो ने ईद की नमाज अदा किया,वहीं हिन्दू भाई ने भी ईदगाह पहुंच कर बधाई देते हुए नजर आये,

 

खास बात यह रही कि एक दवा व्यवसाई सिता मेडिकल के संचालक पुर्णिया से हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी ईद मनाने के लिए वीरनगर ईदगाह पहुंचे थे,बताया जाता है कि वो अलविदा के दिन रोजा भी रखते हैं. और ईद मनाने के लिए वीरनगर ईदगाह पर आते हैं,वहीं दूसरी ओर पूर्व जिला परिषद सदस्य रमेश मेहता विगत पांच वर्ष से वकायदा रोजा रखते हैं,और ईद मनाने के लिए वीरनगर ईदगाह पर हर वर्ष आते हैं.

 

रमेश मेहता बताते हैं कि मैं काफी विमार हो गया था,बचने की कोई उम्मीद नहीं थी,लोगों के कहने पर मस्जिद जाकर रोजेदारों से दुआ कराई,और ठीक हो गया,उसी दिन से हमने मननंत मांग थी,जो आज तक कर रहा हूँ. वहीं व्यवसाय मनोज कुमार कहते हैं कि इंसानियत सबसे बड़ा धर्म है,मैं मानवता की सेवा करना अपना धर्म समझता हूँ. आपसी भाईचारा के लिए हम लोग ईदगाह पर पहुँच कर एक दुसरे से गले मिलते हैं और बधाई देते हैं. वहीं सोसल एक्टीविस्ट असलम बेग ने कहा कि आपसी भाईचारा के मिशाल है

 

वीरनगर ईदगाह,हम सब एक दुसरे से गले मिलते हैं और एक साथ सवईयां खाते हैं. उन्होंने बताया कि हर वर्ष हिन्दू-मुस्लिम एकता के प्रतीक ऐतिहासिक ईद मिलन समारोह का आयोजन किया जाता है. इस दौरान हिन्दू-मुस्लिम भाई एक-दूसरे के गले मिलकर ईद की बधाई देते हैं. साथ हीं साथ हिन्दू-मुस्लिम एकता की मिशाल को हमेशा कायम रखने का संकल्प भी लेते हैं.

 

 

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