इंटरनेट सोशल मीडिया” पर सजने लगी सभी दलों की चुनावी प्रचार

Rakesh Gupta
- Sponsored Ads-

मतदान की तारीख नजदीक आते ही चुनावी आहट होने लगी तेज

चाय दुकान से लेकर पान की दुकान तक होने लगी चुनावी चर्चा

- Sponsored Ads-


छपरा :”इंटरनेट सोशल मीडिया” पर सजने लगी सभी दलों की चुनावी प्रचार का सजावट। बिहार विधानसभा निर्वाचन चुनाव को लेकर ताबड़तोड़ इंटरनेट सोशल मीडिया पर पोस्ट डाली जाने लगी है। बकायदा सभी दलों ने अपनी–अपनी ग्रुप भी बना दिए हैं। उनके माध्यम से अपने–अपने पार्टी का जमकर प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। चाय की दुकान से लेकर पान के दुकान तक बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर चुनावी चर्चाए तेज हो गई है। ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर शहर की दुकानों पर भी आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर बातों-बातों में वाकयुद्ध भी छिड़ने लगा है। दलों ने कार्यकर्ताओं की एक फौज गांव-गांव में खड़ी कर दी है।

चुनाव को लेकर पैसा आदि बंटने और बंटवाने की बात भी होने लगी है। लेकिन कुछ लोगों की जुबान पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की छवि सबसे अलग उभर रही है। राज्य के लिए कुछ लोग नीतीश को वोट करने की बात कर रहे हैं, तो कुछ लोग लालू एवं अन्य दलों को आगे लाने के लिए तत्पर दिख रहे हैं। कुल मिलाकर मौसम ने जिस तरह ठंड की अंगराई ली है उसी तरह राजनीतिक माहौल गरमाने लगा है। अलबत्ता जिस तरह एक दो दिन में ठंड ने अपनी मिजाज बदली है, उसी तरह बिहार विधानसभा चुनाव का खुमार भी चढने लगा है। वर्तमान विधायक अपने क्षेत्र में विकास कार्यो को गिना रहे हैं।

क्षेत्र में विकास का जाल बिछाने का दावा किया जा रहा है। वहीं, बाकी अन्य दलों के संभावित प्रत्याशी चुनावी मुद्दों को खोजने में लगे हैं। विधायकों की एक भी चूक उन्हें बड़ा मुद्दा दिखाई दे रहा है। विधानसभा चुनाव को लेकर प्रत्याशी अपने पक्ष में वोट करने के लिए नए–नए तरतीब अपना रहे है। पार्टियों के घोषित उम्मीदवार अपने–अपने दल के प्रमुख एवं स्टार प्रचारक से मतदाताओं को अपने ओर खींचने की कवायद को अंजाम दे रहे है।

मतदाता मतदान को लेकर गांव से लेकर शहर तक की विभिन्न दुकानों पर चुनावी चर्चा पर शामिल होते नजर आ रहे है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का चेहरा एक बार फिर लोगों की आंखों पर उबर कर आ रहा है। महंगाई, बेरोजगारी और पलायन जैसे कई मुद्दे फिर से गायब होने लगे हैं। बड़े-बड़े वायदों पर चुनावी नैया को पार लगाने की भरपूर कोशिशें की जा रही हैं।


मढ़ौरा विधानसभा क्षेत्र के संजय कुमार मिश्रा, तमन्ना आलम, सुनील कुमार, शिव कुमार, सोनू कुमार यादव, संतोष कुमार, छठु भगत, विकाश कुमार, विनोद कुमार, मो ओबैदुल्लाह, मो रेयाजुदीन मंसूरी, दीपक कुमार, आशीष कुमार, असलम आलम, राजू साह, अमित कुमार आदि लोगों ने बताया कि भाजपा एक अनुशासित पार्टी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विकास का पहिया हैं। कोरोनाकाल में भी लोगों तक मदद पहुंचाई गई है। ग्राम पंचायत, आशा, आंगनबाड़ी, किसान और बेरोजगारों को स्वरोजगार दिया गया है। विधानसभा चुनाव भाजपा के पक्ष में होगा। वही कुछ लोगो ने बताया कि भाजपा ने केवल महंगाई, बेरोजगारी दी है। जिसका जवाब उसे आगामी विधानसभा चुनाव में जनता देने जा रही है। कांग्रेस ने देश की आजादी से लेकर अब तक बेहतर काम किया है। बिहार विधानसभा चुनाव में जनता महागठबंधन की तरफ देख रही है। महागठबंधन की ही सरकार बनेगी।

- Sponsored Ads-
Share This Article
Leave a Comment