भागलपुर ,बिहार न्यूज लाईव।मंगलवार को भीषण बाढ़ के दौरान गंगा नदी की दाईं ओर होने वाले कटाव को रोकने हेतु तटबंध निर्माण को लेकर जल संसाधन विभाग,बिहार सरकार द्वारा भेजी गई उच्च स्तरीय तकनीकी टीम ने आज जिलाधिकारी डॉ नवल किशोर चौधरी के साथ कटाव क्षेत्र का भ्रमण किया और गंगा नदी की दाईं ओर बरारी से 8 किलोमीटर तक डाउनस्ट्रीम में तटबंध निर्माण की विजिबिलिटी का आकलन किया।
उल्लेखनीय है कि जिलाधिकारी ने जल संसाधन विभाग, बिहार सरकार के अपर मुख्य सचिव को 25 मार्च को पत्र के माध्यम से अवगत कराया था कि भीषण बाढ़ के समय गंगा नदी का पानी आसपास के खेत पर चढ़ जाता है, जिसके कारण भागलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज, दिल्ली पब्लिक स्कूल, सबौर कृषि विश्वविद्यालय, इंडियन इंस्टीट्यूट आफ इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी तथा समीप के राजन्दीपुर, बाबूपुर, इंग्लिश फरका क्षेत्र में कटाव होने का खतरा बढ़ जाता है। इसके साथ ही एन एच 80 पर दो से तीन फीट तक पानी ओवरफ्लो करने लगता है, जिसके कारण भागलपुर और कहलगांव का संपर्क टूट जाता है। इससे आवागमन और कम्युनिकेशन दोनों बाधित हो जाता है।भीषण बाढ़ के दौरान गंगा नदी के दाईं ओर अवस्थित प्राथमिक विद्यालय रानी दियारा, मध्य विद्यालय रानी दियारा , प्राथमिक विद्यालय मोहनपुर दियारा गंगा के तट में कटकर विलीन हो चुके हैं।
उन्होंने बाढ़ व कटाव रोकने हेतु बरारी से गंगा के डाउनस्ट्रीम में 8 किलोमीटर में तटबंध बनाने हेतु उच्च स्तरीय तकनीकी टीम को भेजने का अनुरोध किया था।उच्च स्तरीय तकनीकी टीम में जल संसाधन विभाग के अभियंता प्रमुख नंद कुमार झा, सीडीओ चीफ इंजीनियर नवीन कुमार श्रीवास्तव, कटिहार डिवीजन के अधीक्षण अभियंता अनिल कुमार, कार्यपालक अभियंता बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल भागलपुर श्री आदित्य प्रकाश वहीं जिला प्रशासन की ओर से अपर समाहर्ता आपदा प्रबंधन एवं अनुमंडल पदाधिकारी सदर शामिल थे।