जयपुर: गहलोत को जी-20 बैठक के कारण हेलिकॉप्टर के उड़ान भरने की अनुमति नहीं मिली…..

Rakesh Gupta
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* श्री खींवादासजी महाराज की पुण्यतिथि के कार्यक्रम में सांगलिया पीठ सीकर जाने का कार्यक्रम था*

गहलोत ने कहा जल्द ही सांगलिया पीठ आशीर्वाद लेने आऊंगा

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बिहार न्यूज़ लाईव  जयपुर डेस्क:  / (हरिप्रसाद शर्मा) जी-20 बैठक के कारण हेलिकॉप्टर के उड़ान भरने की अनुमति नहीं मिलने के कारण गृह मंत्रालय और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आमने-सामने आ गए हैं। गृह मंत्रालय ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के उस दावे का खंडन किया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि जी-20 शिखर सम्मेलन के कारण उनके हेलीकॉप्टर को उदयपुर से सीकर जाने की इजाजत नहीं दी गई।

 

शुक्रवार को गहलोत ने एक्स (ट्वीट) कर कहा था कि श्री खींवादासजी महाराज की पुण्यतिथि के कार्यक्रम में सांगलिया पीठ सीकर जाने का कार्यक्रम था। लेकिन, जी-20 की बैठक के कारण गृह मंत्रालय और भारत सरकार ने एयरस्पेस में उदयपुर से सीकर हेलिकॉप्टर से जाने की अनुमति नहीं दी। जिसके कारण सांगलिया पीठ नहीं पहुंच पा रहा हूं। सांगलिया पीठ के पीठाधीश्वर ओम दास महाराज से फोन पर बात कर जानकारी दी। मैं जल्द ही सांगलिया पीठ आशीर्वाद लेने आऊंगा।

 

गृह मंत्रालय की ओर से एक्स कर मुख्यमंत्री गहलोत के आरोप का जवाब दिया गया। जिसमें कहा गया कि जी-20 के कारण एयरस्पेस की पाबंदी केवल सामान्य उड़ानों पर लागू है। प्रदेशों के राज्यपाल और मुख्यमंत्री के विमानों को आने-जाने की अनुमति है।
गृह मंत्रालय ने बताया कि राजस्थान सरकार की ओर से गृह मंत्रालय को 4 अनुरोध प्राप्त हुए थे, जिसमें सीकर भी शामिल था। एमएचए ने सभी की इजाजत दी थी।

 

गृह मंत्रालय के इस एक्स का भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जवाब दिया है। उन्होंने एक्स कर लिखा- कल मेरा उदयपुर से जयपुर प्लेन से, जयपुर से सीकर और सीकर से निवाई तक हेलिकॉप्टर से जाने का कार्यक्रम था। इसके लिए हेलिकॉप्टर को एडवांस में उदयपुर से जयपुर पहुंचना था। लेकिन, बताया कि जी-20 के प्रोटोकॉल कारण हेलिकॉप्टर या प्लेन तभी यात्रा कर सकते हैं जब मुख्यमंत्री खुद उसमें सवार हो।

 

हेलिकॉप्टर की उड़ान की अनुमति 10.48 AM पर ई-मेल कर मांगी गई, लेकिन 2.50 PM तक अनुमति नहीं मिली। वहां, इंतजार कर रही जनता को जानकारी देने के लिए 2.52 PM पर एक्स कर ना आ पाने का कारण बताया और सांगलिया पीठ में श्री ओम दास महाराज को फोन कर भी जानकारी दी।

 

इसके बाद 3.58 PM पर अनुमति आई लेकिन, तब तक मैं उदयपुर से जयपुर के लिए प्लेन से निकल चुका था और जयपुर पहुंचकर सड़क मार्ग से निवाई गया। जी-20 के नाम पर मुझे कोई विवाद पैदा नहीं करना था, इसलिए इसकी निंदा नहीं की। केवल जनता को तथ्यों की जानकारी दी थी। लेकिन, मुझे दुख है कि गृह मंत्रालय ने गलत तथ्यों की जानकारी देकर जनता में भ्रम फैलाने का असफल प्रयास किया है।

 

 

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